स्मार्ट पोस्टपेड मीटर वाले उपभोक्ता हो जाएं सावधान, कभी भी प्रीपेड हो सकता है मीटर

खबर सार :-
राजस्व वसूली न होने के चलते यूपी में बिजली कम्पनियों का घाटा बढ़ता जा रहा है। बढ़ते घाटे को लेकर ही यूपी की दो बिजली कम्पनियों के निजीकरण को लेकर रार मची हुई है। घाटा न बढ़े, इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से नया कदम उठाया जा रहा है। अब पोस्टपेड स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को प्रीपेड किया जा रहा है।

स्मार्ट पोस्टपेड मीटर वाले उपभोक्ता हो जाएं सावधान, कभी भी प्रीपेड हो सकता है मीटर
खबर विस्तार : -

लखनऊ : स्मार्ट पोस्टपेड मीटर वाले उपभोक्ता सावधान हो जाएं। परिसर पर स्मार्ट पोस्टपेड मीटर लगा है, तो विद्युत विभाग उसे कभी प्रीपेड में तब्दील कर सकता है। बिजली विभाग उपभोक्ता को अलर्ट करने के लिए मीटर को पोस्टपेड से प्रीपेड में बदलने का सिर्फ मैसेज ही मोबाइल पर भेजेगा। एक महीने तक भुगतान न होने पर बिजली नहीं कटेगी, लेकिन दूसरे महीने रिचार्ज न कराने पर तुरंत बिजली काट दी जाएगी। जिन उपभोक्ताओं के स्मार्ट पोस्टपेड मीटर जून माह में प्रीपेड में बदले गए थे, उनकी भी तारीख आ गई है। ऐसे हजारों विद्युत उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की जरूरत है। कारण, उनके घर की बिजली कभी भी गुल हो सकती है। ऐसे में पहले से ही रिचार्ज कराना सही होगा।

लेसा में करीब 13.73 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब छह लाख उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। हालांकि, अभी भी लाखों उपभोक्ताओं के परिसरों पर स्मार्ट मीटर लगने बाकी हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि.  के अधिकारियों के निर्देश पर कार्यदायी संस्था स्मार्ट मीटर लगने के एक से दो महीने के अंदर उन्हें प्रीपेड में भी बदल देगी। पहले चरण में प्रत्येक उपकेंद्र से रैंडम तरीके से उपभोक्ताओं का चयन किया जा रहा है। बीते महीने ही एक साथ 5000 उपभोक्ताओं के पोस्टपेड मीटर को प्रीपेड में बदल दिया गया। डेटा फीड न होने से इन उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

अब विद्युत विभाग किसी भी उपभोक्ता का स्मार्ट पोस्टपेड मीटर किसी भी दिन प्रीपेड में परिवर्तित कर सकता है। बिजली विभाग की मंशा है कि पहले भुगतान किया जाए और फिर बिजली का उपभोग किया जाए। इससे हर महीने राजस्व पहले आएगा और घाटा कम होगा। यही नहीं, घर-घर जाकर रीडिंग लेने वाले मीटर रीडरों की भूमिका भी खत्म हो जाएगी। इससे बिलिंग एजेंसी को हर माह किए जाने वाला भुगतान भी बचेगा। राजधानी में लगभग चालीस हज़ार बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट नेट मीटर लगे हैं। इन उपभोक्ताओं के परिसर पर सोलर रूफटॉप लगा है। ऐसे उपभोक्ताओं के मीटर नहीं बदले जाएंगे। इन उपभोक्ताओं के बिल पहले की तरह आते रहेंगे। भविष्य में नियामक आयोग इस पर कोई फैसला ले सकता है। 

ऐसे कर सकते हैं मीटर रीचार्ज 

प्रीपेड उपभोक्ता आसानी से अपना मीटर रिचार्ज कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें यूपीपीसीएल की वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद फिर मध्यांचल डिस्कॉम को चुनना होगा। उसके बाद उपभोक्ता संख्या दर्ज करके आगे बढ़ना होगा और किसी भी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से भुगतान किया जा सकता है। इसके अलावा उपभोक्ता मोबाइल ऐप से भी मीटर रीचार्ज करने के साथ बैलेंस भी चेक कर सकते हैं। 

इसके लिए सबसे पहले उपभोक्ता को अपने मोबाइल में यूपीपीसीएल स्मार्ट ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर उपभोक्ता संख्या दर्ज कर ओटीपी प्राप्त करना होगा। ओटीपी डालते ही मोबाइल पर बैलेंस दिखाई देगा। जिसके बाद जरूरत के हिसाब से रीचार्ज भी कर सकते हैं। 

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