Pahalgam Attack: पहलगाम नरसंहार करने वाले आतंकियों के स्केच जारी, सेना का सर्च ऑपरेशन तेज

खबर सार : -
Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को हिलाकर रख दिया है। इस घटना से पूरा देश सदमे में है। इस घटना को लेकर लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी और

खबर विस्तार : -

Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को हिलाकर रख दिया है। इस घटना से पूरा देश सदमे में है। इस हमले को लेकर लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी और गुस्सा ज़ाहिर कर रहे हैं। इस बीच सुरक्षा बलों ने पहलगाम नरसंहार करने वाले कुछ आतंकियों की  तस्वीरें और स्केच जारी किए। 

Pahalgam Attack: आतंकियों के स्केच जारी

सुरक्षा बलों के मुताबिक, इस हमले में तीन आतंकियों की पहचान सुलेमान शाह, आसिफ फूजी और अबू तल्हा के रूप में हुई है। ये आतंकी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन से जुड़े हैं, जो प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है। सुरक्षा बलों ने बताया कि सेना जैसे कपड़े और कुर्ता-पायजामा पहने पांच से छह आतंकी पास के घने जंगल से आए थे और उनके पास एके-47 जैसे खतरनाक हथियार थे। खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस हमले में कुछ दिन पहले घाटी में घुसे पाकिस्तान के आतंकी भी शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों ने इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकी सैफुल्लाह कसूरी उर्फ ​​खालिद बताया है। 

बड़े पैमाने पर सेना का सर्च ऑपरेशन जारी

हमले के बाद सुरक्षा बलों ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है और जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। जांच में यह भी पता चला है कि आतंकियों ने बेहद आधुनिक हथियारों और संचार उपकरणों का इस्तेमाल किया, जिससे साफ पता चलता है कि उन्हें बाहर से मदद मिल रही थी। कुछ आतंकियों ने हेलमेट पर लगे कैमरों और बॉडी कैमरों से पूरे हमले को रिकॉर्ड भी किया। उनके पास ड्राई फ्रूट्स और दवाइयां भी थीं, जिससे साफ पता चलता है कि वे पूरी तैयारी से आए थे। 

Pahalgam Attack: हमले से पहले की रेकी

सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने हमले से पहले कुछ स्थानीय लोगों की मदद से इलाके की रेकी भी की थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दो आतंकी पश्तो भाषा बोल रहे थे, जिससे पता चलता है कि वे पाकिस्तानी थे। वहीं, दो स्थानीय आतंकी आदिल और आसिफ बताए जा रहे हैं, जो बिजबेहरा और त्राल के रहने वाले हैं। 

हमले की पूरी तैयारी और सटीक योजना से पता चलता है कि इसे किसी आम स्थानीय व्यक्ति ने नहीं, बल्कि ऐसे लोगों ने अंजाम दिया है, जिन्हें इसके लिए अच्छी ट्रेनिंग मिली है। जांच एजेंसियों ने यह भी पाया है कि इन आतंकियों के डिजिटल फुटप्रिंट पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कराची में सुरक्षित ठिकानों से जुड़े हैं, जो सीमा पार आतंकी साजिश की पुष्टि करता है।

Pahalgam Attack: हमले में 28 लोगों की गई जान

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के पास 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से मशहूर पर्यटक स्थल बैसरन में मंगलवार (22 अप्रैल) दोपहर करीब 3 बजे हुए  'सेना की वर्दी' पहनकर आए आतंकियों ने 28 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। जबकि इस हमले में कई नागरिक घायल हो गए।

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