Henley Passport Index 2025: भारत ने पासपोर्ट रैकिंग में लगाई आठ अंकों की बड़ी छलांग, 85वें से 77वें स्थान पर पहुंचा

खबर सार :-
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है। इसमें भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत है, भारत की रैंकिंग में आठ अंकों का उछाल आया है, जिसकी वजह से वह 85वें से 77 स्थान पर पहुंच गया है। यह उपलब्धि भारत की वैश्विक स्थिति में सुधार और राजनयिक प्रभावशीलता को दर्शाती है। वहीं, पाकिस्तान के लिए यह रैंकिंग एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई है।

Henley Passport Index 2025: भारत ने पासपोर्ट रैकिंग में लगाई आठ अंकों की बड़ी छलांग, 85वें से 77वें स्थान पर पहुंचा
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः दुनियाभर के देशों के पासपोर्ट की नई रैंकिंग सामने आ गई है। दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट्स की सूची हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 स्थानों की छलांग लगाई है। भारत अब इस सूची में 85वें स्थान से ऊपर उठकर 77वें स्थान पर पहुंच गया है। यह उपलब्धि वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा वाले देशों की बढ़ती संख्या के चलते संभव हुई है।

भारतीयों को 62 देशों में बिना वीजा के यात्रा की सुविधा

हेनले इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब 62 देशों में बिना वीजा के या ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा के साथ यात्रा कर सकता है, जो पिछले वर्षों की तुलना में एक उल्लेखनीय सुधार है। भारत के इस प्रदर्शन को कूटनीतिक संबंधों में सुधार और वैश्विक स्तर पर बढ़ती स्वीकार्यता का परिणाम माना जा रहा है। टॉप रैंकिंग पासपोर्ट्स की सूची में सिंगापुर पहले स्थान पर बना हुआ है, जिसके नागरिक 195 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। इसके बाद जापान और दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर हैं। तीसरे स्थान पर सात यूरोपीय देश जैसे जर्मनी, फ्रांस, इटली और स्पेन हैं, जो अपने नागरिकों को 192 से अधिक देशों में वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करते हैं।

पाकिस्तान की स्थिति अभी भी चिंताजनक

दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट्स की सूची में भारत की स्थिति में जहां सुधार हुआ है, वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान का पासपोर्ट 96वें स्थान पर है, जो दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट्स में शुमार है। पाकिस्तानियों को सिर्फ 32 देशों में वीजा-मुक्त या ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा मिलती है। पाकिस्तान की रैंकिंग सोमालिया, यमन, इराक और अफगानिस्तान जैसे संघर्षरत देशों के पासपोर्ट से थोड़ी बेहतर है, लेकिन वैश्विक स्तर पर यह प्रदर्शन बेहद कमजोर माना जा रहा है।

दुनिया के अन्य प्रमुख देशों की स्थिति

हेनले इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूएई ने रिकॉर्ड 34 स्थान की छलांग लगाकर अब 8वें स्थान पर जगह बना ली है। चीन भी 2015 की तुलना में 34 स्थान ऊपर चढ़कर अब 60वें स्थान पर पहुंच गया है, हालांकि उसे अब भी शेंगेन जोन में वीजा-मुक्त प्रवेश नहीं मिला है। ब्रिटेन और अमेरिका की रैंकिंग में गिरावट आई है। अब वे क्रमशः छठवें और 10वें स्थान पर हैं, जबकि 2014-2015 में ये दोनों शीर्ष स्थानों पर थे।

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