हथियारों से लैस आईएनएस नीलगिरी चेन्नई बंदरगाह पहुंचा

खबर सार :-
भारतीय नौसेना का नवीनतम और स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस नीलगिरी को माना जाता है। गुरुवार को अपने पहले दौरे पर यह चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचा। इसे ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है। इसका नाम नीलगिरी पहाड़ियों से जोड़कर देखा जा रहा है।

हथियारों से लैस आईएनएस नीलगिरी चेन्नई बंदरगाह पहुंचा
खबर विस्तार : -

लखनऊ, भारतीय नौसेना का नवीनतम और स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट गुरुवार को अपने पहले दौरे पर आईएनएस नीलगिरी चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचा। बंदरगाह पर इसका पहुंचना आश्चर्यजनक नहीं, बल्कि इसे ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है। उस राज्य की धरती पर यह पहुंचा, जिसने इसके नाम को सुझाया। आईएनएस नीलगिरी को भारतीय नौसेना का पहला अगली पीढ़ी का स्टील्थ फ्रिगेट माना जा रहा है। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि अत्याधुनिक हथियारों और सेंसरों से इसे सुसज्जित किया गया है।

भारत की समुद्री शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है

यह ऐसा जहाज है जो भारत की समुद्री शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है। इस जहाज का नाम तमिलनाडु की प्रसिद्ध नीलगिरी पहाड़ियों को देखकर या उदाहरण स्वरूप दिया गया है। पहाड़ियों को ब्लू माउंटेन्स भी कहा जाता है। इन पहाड़ियों को शक्ति, साहस, सहनशक्ति और समृद्ध विरासत की प्रतीक कहा गया है। 15 जनवरी 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फ्रिगेट को कमीशन कर ध्यान आकर्षित कराया। आईएनएस नीलगिरी को भारत की बढ़ती जहाज निर्माण क्षमता और समुद्री ताकत के प्रमाण के रूप में जाना जाता है। इसे पूरी तरह से स्वदेशी रूप से प्रोजेक्ट 17ए के तहत बनाया गया है। रक्षा मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईएनएस नीलगिरी की चेन्नई यात्रा हमेशा याद किया जाएगा।

27 से अधिक अधिकारी तथा 250 नाविकों की टीम है

भारत की रक्षा निर्माण में यह जहाज आत्मनिर्भरता के संकल्प और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमताओं को साकार करने वाला मिसाल है। कैप्टन नितिन कपूर जहाज का नेतृत्व कर रहे हैं। वह इसके कमीशनिंग कमांडिंग ऑफिसर हैं। इसमें करीब 27 से अधिक अधिकारी तथा 250 नाविकों की टीम है। 149 मीटर लंबे इस जहाज का वजन लगभग 6,670 टन है। इसे नेवल डिजाइन निदेशालय ने डिजाइन किया है। इसमें कम रडार के अलावा इन्फ्रारेड सिग्नेचर भी हैं। इस फ्रिगेट पर कुल 226 कर्मियों की जगह है। बराक-8 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, आठ ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें, क्लोज-इन वेपन सिस्टम, और टॉरपीडो लॉन्चर इसके हथियारों में हैं। आईएनएस नीलगिरी की शक्ति कमाल की है। 
 

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