Shubhanshu Shukla Return : भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने चार साथियों के साथ अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौट आए हैं। 23 घंटे की यात्रा के बाद, ड्रैगन अंतरिक्ष यान दोपहर 3 बजे कैलिफ़ोर्निया के समुद्र में उतरा। शुभांशु शुक्ला का यान सोमवार शाम करीब 4.45 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से अनडॉक हुआ था। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, राकेश शर्मा (1984) के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बने हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु शुक्ला की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी पर खुशी व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की। पीएम मोदी ने लिखा, 'मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूँ, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट आए हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।'
एक्सिओम मिशन-4 (एक्स-4) में चार देशों के चार अंतरिक्ष यात्री 18 दिनों तक अंतरिक्ष में रहे। भारत के शुभांशु शुक्ला के अलावा मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की (Slavoj Uznansky), हंगरी की कमांडर पैगी व्हिट्सन (Peggy Whitson) और अमेरिकी मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू (Tibor Kapu) 26 जून को शाम 4:01 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे। एक्सिओम मिशन 4 के तहत, अंतरिक्ष यात्री 25 जून को दोपहर 12 बजे रवाना हुए। उन्होंने स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी।
वे 14 तारीख की शाम को रवाना हुए। अब चारों अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौट आए हैं। चारों अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई को शाम 4:45 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना हुए और 15 जुलाई की दोपहर 3 बजे शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफ़ोर्निया के तट पर सुरक्षीत उतरा।
भारत के शुभांशु ISS जाने वाले पहले भारतीय और अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी। शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अलीगंज स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में हुई। 12वीं कक्षा के बाद उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की और वहीं से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 17 जून 2006 को शुभांशु भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल हुए। वह एक कुशल और अनुभवी लड़ाकू पायलट होने के साथ-साथ एक परीक्षण पायलट भी हैं। अब तक उन्होंने 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव प्राप्त कर लिया है।
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