अवैध धर्मांतरण मामले में छांगुर पर अब कई मुश्किलें, मिलने वाले भी जांच के दायरे में

खबर सार :-
कोठी का निर्माण करवाने वाले वसीउद्दीन ने पूछताछ में एटीएस को बताया कि निर्माण कार्य 2022 में शुरू किया गया था। अभी तक यह पूरा नहीं हुआ है। पूरी कोठी को खंभों पर खड़ा किया था। छांगुर उसे अपनी इच्छानुसार कमरों में बांट सके, इसलिए ऐसी तरकीब लगाई थी।

अवैध धर्मांतरण मामले में छांगुर पर अब कई मुश्किलें, मिलने वाले भी जांच के दायरे में
खबर विस्तार : -

लखनऊ, बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ पीड़ित लड़कियों के लगाए गए सभी आरोपों की जांच को तेजी के साथ शुरू किया गया है। अब ईडी, एटीएस और पुलिस छांगुर के गिरोह के सभी करीबियों पर शिकंजा कस रही हैं, जिनकी मदद से छांगुर ने करोड़ों की चल-अचल संपत्ति तैयार की है। ईडी ने भी इस मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की मानें तो छांगुर और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन तथा उनकी संस्थाओं के 30 से ज़्यादा खातों में 68 करोड़ रुपये से ज़्यादा के लेन-देन की जानकारी का खुलासा हुआ है। वहीं, उतरौला क्षेत्र में तीन-चार लोग ऐसे पाए गए जो कभी विदेश नहीं गए, इसके बाद भी उनके खातों में पैसे आए हैं।

माना जा रहा है कि ये लोग छांगुर के करीबी भी हो सकते हैं। एटीएस बैंक स्टेटमेंट के साथ ही अन्य सबूत जुटाई जा रही है। कहा जा रहा है कि उतरौला के मधपुर गांव में बनी आलीशान कोठी की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये से अधिक की है। इस इमारत को अवैध कमाई से सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर बनाया था। इसी का हाल में ही ध्वस्तीकरण किया गया है। इस कार्रवाई में लगे खर्चें को भी आरोपी से ही वसूला जाएगा। कोठी का निर्माण करवाने वाले वसीउद्दीन ने पूछताछ में एटीएस को बताया कि निर्माण कार्य 2022 में शुरू किया गया था। अभी तक यह पूरा नहीं हुआ है। पूरी कोठी को खंभों पर खड़ा किया था। छांगुर उसे अपनी इच्छानुसार कमरों में बांट सके, इसलिए ऐसी तरकीब लगाई थी।

उसने बताया कि छांगुर ने कहा था कि वह एक स्कूल खोलने की इच्छा रखता है। एक अस्पताल भी खोलेगा। सवाल अब यह उठ रहा है कि छांगुर ने किसकी मदद से जमीन पर कब्जा किया था। साथ ही इतनी आलीशान कोठी के लिए धन कहां से आया। राजस्व विभाग भी अब इस पर जांच शुरू कर चुका है। इसके अलावा उस ठेकेदार को भी तलब किया जाएगा, जिसको व्यक्ति को कोठी बनाने का ठेका मिला था। अभी तक की जांच में पाया गया है कि छांगुर के कई मददगार नेपाल सीमा के पास भी हो सकते हैं। नवीन और नीतू उनसे अक्सर मिलने आते थे। इन लोगों के भी बैंक खाते जांच के दायरे में हैं। ईडी छांगुर और नीतू के खिलाफ वित्तीय गड़बड़ियां और लव जिहाद के आरोपों की जांच कर रही है। इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। 
 

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