अक्टूबर से लागू होगा सिंगल विंडो सिस्टम, उपभोक्ताओं को नहीं पड़ेगा भटकना

खबर सार :-
राजधानी लखनऊ की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को नो ट्रिपिंग जोन बनाने की कवायद लंबे समय से चल रही है। उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली देने के लिए लेसा को चार जोन में पहले ही बांटा जा चुका है। अब उपभोक्ताओं को सुविधाएं देने के लिए लेसा में वर्टिकल सिस्टम लागू किया जा रहा है। सिंगल विंडो सिस्टम लागू होने से एक ही जगह पर सभी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। उपभोक्ताओं को दौड़भाग नहीं करनी पड़ेगी।

अक्टूबर से लागू होगा सिंगल विंडो सिस्टम, उपभोक्ताओं को नहीं पड़ेगा भटकना
खबर विस्तार : -

लखनऊ : विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए राजधानी में सिंगल विंडो सिस्टम शुरू होगा। उपभोक्ताओं के लिए आगामी अक्टूबर माह से यह सिस्टम काम करना शुरू कर देगा। सितंबर माह से वर्टिकल सिस्टम का ट्रायल शुरू होगा। नई व्यवस्था से राजधानी के 12 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। राजधानी में अप्रैल से ही यह व्यवस्था लागू की जानी थी। हालांकि, गर्मियों को देखते हुए इसको लागू करने की अवधि को बढ़ा दिया गया था।

वर्टिकल सिस्टम में प्रत्येक सुविधा के लिए अलग अधिकारी नामित होगा। वर्टिकल सिस्टम में शहरी क्षेत्र चार जोन में बंटा होगा। प्रत्येक जोन में एक मुख्य अभियंता तैनात होंगे। प्रत्येक जोन में एक तकनीकी व एक वाणिज्य यानि दो अधीक्षण अभियंता तैनात होंगे। इनके साथ चार अधिशाषी अभियंता अलग-अलग कार्यों के लिए तैनात होंगे। लेसा के अमौसी व जानकीपुरम जोन में कुछ क्षेत्र ग्रामीण हैं। वर्टिकल सिस्टम में इनको नहीं जोड़ा जाएगा। अधीक्षण अभियंता वाणिज्य के जिम्मे नया बिजली कनेक्शन देना, मीटर लगाना, बिजली बिल सही करना, राजस्व वसूली, स्मार्ट मीटर लगाना और टोल फ्री नंबर 1912 पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण करने का काम होगा।

अधीक्षण अभियंता तकनीकी के जिम्मे निर्बाध बिजली आपूर्ति का काम होगा। अधीक्षण अभियंता परीक्षण के जिम्मे सबस्टेशनों व इलाके में लगे ट्रांसफार्मर की देखरेख करना होगा। अधीक्षण अभियंता प्रोजेक्ट के जिम्मे शहर में नए सबस्टेशन और विद्युत लाइनों के निर्माण का काम होगा। ऐसे में नए सिस्टम में प्रत्येक सुविधा के लिए अधिकारी नामित होंगे। इससे उपभोक्ताओं को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। 

सभी कार्यों के लिए अधिशाषी अभियंता होंगे जिम्मेदार 

वर्टिकल सिस्टम में अधीक्षण अभियंता के नीचे अधिशाषी अभियंता तैनात होंगे। इन अधिशाषी अभियंताओं पर ही सभी कार्यों की जिम्मेदारी होगी। इससे सबस्टेशनों पर तैनात जूनियर इंजीनियर व उपखंड अधिकारी की भूमिका काफी कम हो जाएगी। नए कनेक्शन के आवेदन और शिकायत करने की वर्तमान व्यवस्था ही लागू रहेगी।

यानि उपभोक्ता को नए कनेक्शन के लिए झटपट पोर्टल पर ही आवेदन करना होगा और किसी भी समस्या की शिकायत टोल फ्री नंबर 1912 पर दर्ज करानी होगी। इलाकाई अभियंता मोबाइल नंबर के जरिए उपभोक्ताओं से संपर्क साध कर समस्या का समाधान कराएंगे। वर्टिकल सिस्टम में भी वर्तमान की ऑनलाइन सुविधाएं मिलती रहेंगी। मौजूदा समय में लेसा को मध्य जोन, गोमती नगर जोन, अमौसी जोन और जानकीपुरम जोन में बांटकर 12 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है। 
 

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