Happy Birthday PM Modi@75: भारतीय राजनीति के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन उनके राजनीतिक जीवन की कड़ी मेहनत, समर्पण और दूरदर्शिता का प्रतीक है। वे न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया में एक मजबूत और प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित हैं। उनकी नीतियां जैसे आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया और वैश्विक संबंधों में सुधार ने भारत को एक नई दिशा दी है, जिससे हर क्षेत्र में विकास हो रहा है।

Happy Birthday PM Modi@75: भारतीय राजनीति के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Happy Birthday PM Modi@75: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। दुनिया भर के कई देशों के राजनेता फोन करके और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं। प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए लोग हवन पूजन कर रहे हैं, कोई केक काट रहा है, तो कोई मिठाइयां बांट रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि 11 साल तक देश का प्रधानमंत्री रहने और बिना किसी छुट्टी के काम करते रहने के बाद भी पूरी तरह से देश के प्रति समर्पित और फिट हैं, वह अब भी आराम करने के मूड में नहीं हैं। वे 75 के आंकड़े को पार करने के बाद भी नॉट आउट हैं। देश के प्रति समर्पण, बिना रुके और बिना थके काम करने का जब्बा, जनता की जरूरतों एवं परेशानियों को करीब से महसूस करने की प्रवृत्ति और उन सभी का समाधान करने का दृढ़संकल्प ही नरेंद्र मोदी को सबसे अलग बनाता है। अपनी कर्मठता, ईमानदारी, विश्वसनीयता, समर्पण और दूरदर्शिता की वजह से ही आज नरेंद्र मोदी राजनीति के शीर्ष पर हैं। आज वह देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय और मजबूत राजनेता बन चुके हैं। ऐसे में पूरा देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोग उन्हें जन्मदिन की बधाई देने के साथ ही उनके दीर्घायु होने की कामना कर रहा है।

जादुई व्यक्तित्व और संकट मोचक की भूमिका

भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है। भाजपा की ताकत बेशक उनकी नीतियां, सिद्धांत और आदर्श हैं, लेकिन वर्तमान ने पार्टी की रीढ़ बनकर अगर कोई मजबूती से खड़ा है, तो वो बेशक नरेंद्र मोदी हैं। देश के हर राज्य में मुश्किल से मुश्किल दौर में भी चुनाव के दौरान सबकी उम्मीद एक ही शख्स पर टिकी रहती है, वो हैं नरेंद्र मोदी। नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व का जादू ही है, जो हार को भी जीत में बदल सकता है। बीजेपी के कई सर्वे बताते हैं कि चुनाव के आखिरी दौर में जब मोदी चुनावी कैंपेनिंग करने पहुंचते थे, तो जनता के बीच जोरदार उत्साह देखने को मिलता था। यही नहीं, वहां पार्टी की जीत भी पक्की हो जाती थी। यह सिर्फ 2014 के लोकसभा चुनावों में ही नहीं, बल्कि 2017 और 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव, 2018 में त्रिपुरा की पहली जीत, 2024 में ओडिशा के चुनावों में पार्टी को मिली सफलताएं गवाही देती हैं। इन सब में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादुई व्यक्तित्व और जोरदार चुनाव प्रचार का असर दिखता है। भाजपा के पास नरेंद्र मोदी सबसे मजबूत चुनावी हथियार हैं, क्योंकि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने से पूर्व गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान मिले अनुभवों को अपनी कार्यशैली और निर्णयों से और अधिक निखारने का काम किया है।

हर निर्णय में जमीनी जुड़ाव और अनुभव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर फैसले में उनका अनुभव दिखता है। जमीनी से जुड़ाव और जनता की समस्याओं को करीब से समझने की प्रवृत्ति ही उन्हें सबसे अलग बनाती है। महिलाओं के लिए घर-घर शौचालय बनवाना, उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देना, जनधन योजना के तहत बैंक खाते खुलवाना, सुकन्या समृद्धि योजना, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना, खाद्यान्न योजना के माध्यम से गरीबों को हर महीने मुफ्त राशन, बेघरों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार के लिए मुद्रा योजना के माध्यम से ऋण दिलाना, युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना, किसानों की आय बढ़ाने के लिए किसान समृद्धि योजना, बुजुर्गों के लिए वृद्धावस्था पेंशन योजना, विधवा महिलाओं एवं निराश्रितों के लिए पेंशन समेत अनेकों योजनाओं में जनता से उनका जुड़ाव दिखता है।

आत्मनिर्भर भारत और मेड इन इंडिया

केंद्र सरकार की तरफ से चलाया जाने वाला ‘आत्मनिर्भर भारत’ और 'मेड इन इंडिया' अभियान भारत सरकार की एक पहल है, जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने तथा विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाने और देश में रोज़जगार पैदा करके के उद्देश्य से 25 सितंबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इस अभियान का लक्ष्य विदेशी और घरेलू निवेश को आकर्षित करना, बुनियादी ढांचे का विकास करना, नवाचार को बढ़ावा देना और देश में व्यापार करने की प्रक्रिया को आसान बनाना है। आज भारत रक्षा, व्यापार, खाद्यान्न, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रानिक्स एवं मैन्युफैक्चरिंग के सेक्टर में बहुत अधिक मजबूत हो चुका है। हम रक्षा उपकरणों का निर्यात करने लगे हैं। यह निश्चित तौर पर भारत को आत्मनिर्भर बनाने और युवा शक्ति का सही इस्तेमाल करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच की ही परिणाम है।

डिजिटल इंडिया और वैश्विक चुनौतियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ विजन को  प्रतिभाशाली युवाओं और बिजनेस की दुनिया के लोगों का भरपूर सहयोग मिला है। आज देश में डिजिटल पेमेंट और यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब सरकारी विभागों से लेकर कॉर्पोरेट कार्यालयों तक में 80 प्रतिशत से अधिक कार्य डिजिटल तरीके से हो रहे हैं। यहां धूल और गंदगी से भरी फाइलें अब कहीं नजर नहीं आती हैं, अधिकांश विभागों में सारा डॉटा कम्प्यूटराइज्ड हो चुका है। आज हर घऱ में लोगों के पास मोबाइल फोन है। किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं को सरकार की तरफ से मिलने वाली मदद सीधे उनके खाते में पहुंचती है।

आपदाओं से निपटने की अद्भुत कला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंदर किसी भी चुनौती से निपटने की अद्भुत कला है। वे अपनी दूरदर्शी सोच और दृढ़ निश्चय के साथ कच्छ की सूनामी से लेकर कोविड 19 के संक्रमण तक की चुनौती से निपटने में भी सफल रहे हैं। नरेंद्र मोदी के पास 2001 कच्छ भूकंप के अनुभवों का लाभ प्रशासक बनने के बाद काम आया। वर्ष 2006 में सूरत बाढ़ में मुख्यमंत्री के रूप में वे फिर जमीनी स्तर पर काम कर रहे थे। जनता के बीच काम कर रहे थे। वर्ष 2014 में कश्मीर बाढ़ में प्रधानमंत्री के रूप में पहुंचे। 2020 के कोविड संकट में मोदी देश के साथ खड़े रहे। अब उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, बिहार और अन्य कई राज्यों में भूस्खलन और बाढ़ से आई तबाही से निपटने को लेकर भी सरकार एकजुट होकर काम कर रही है।

महंगाई से परेशान जनता को दिलाई राहत

 केंद्र सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय से उनसे “जीएसटी कट” पर काम करने को कह रहे थे, ताकि आम आदमी को राहत मिले। आयुष्मान भारत मेडिकल इंश्योरेंस को 70 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए बढ़ाने का फैसला भी जमीनी बातों से ही निलकर आया था। जब प्रधानमंत्री को पता चला कि मध्यम वर्ग महंगाई से परेशान है। मध्यम वर्गीय परिवारों में बुजुर्गों को प्राइवेट इंश्योरेंस मिलना या खरीदना मुश्किल  है। यहां बुजुर्ग अपने बच्चों पर बोझ नहीं डालना चाहते हैं। इसलिए मेडिकल इश्योरेंस से जुड़ी नीतियों में बदलाव चाहते हैं। तब केंद्र सरकार ने मेडिकल इश्योरेंस पर लगने वाले टैक्स को शून्य करने के साथ ही दैनिक उपयोग से जुड़ी 175 से अधिक वस्तुओं पर लगने वाले वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी को शून्य करने का निर्णय लिया। यही नहीं, 28 प्रति जीएसटी का स्लैब खत्म कर दिया गया है। अब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के स्लैब ही हैं। वहीं, लग्जरी वस्तुओं पर जिनमें शराब, सिगरेट और अन्य पर 40 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। सरकार के इस निर्णय का लाभ आम जनता को 22 सितंबर से मिलने लगेगा।

पीएम मोदी का कार्यकाल सनातन के लिए स्वर्णकाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंद्र की सत्ता संभालने के बाद से लेकर अब तक सनातन धर्म के उत्थान के लिए बहुत कुछ किया है। इसे साधु-संत ही नहीं बल्कि राजनेता, समाज सेवी और आम नागरिक भी स्वीकार करते हैं। प्रधान सेवक के द्वारा सनातन संस्कृति के प्रति अप्रतिम लगाव और प्रसिद्ध स्थलों के पुनर्निर्माण से यह स्पष्ट हो चुका है। सोमनाथ, केदारनाथ धाम, अयोध्या, काशी विश्वनाथ, बद्रीनाथ धाम, आदि शंकराचार्य, रामानुज चार्य, हनुमान जी मंदिर, बैधनाथ, अंबाजी मंदिर, सूर्य मंदिर और अब उज्जैन महाकाल लोक के पुनर्निर्माण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य करवाना अपने आप में आस्था के प्रति उत्कृष्ट उदाहरण को प्रदर्शित करता है। आचार्य प्रमोद कृष्णम के अनुसार, भारत में पंडित नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक कई प्रधानमंत्री हुए हैं। सभी ने अपने-अपने तरीके से देश की सेवा की है। लेकिन नरेंद्र मोदी का यह कार्यकाल सनातन के स्वर्णकाल के रूप में याद किया जाएगा। यह भारत का रामराज्य काल है। गुजरात प्रांत संत समिति के अध्यक्ष अविचल दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल का जो कार्यकाल पूरा हुआ, उसे स्वर्णिम काल के रूप में देखते हैं। मध्य प्रदेश शिवपुरी से महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास ने कहा, पीएम मोदी की देन है कि आज हमारा देश पूरे विश्व में प्रतिष्ठित पहचान बनाने में सफल हुआ है। पीएम मोदी के कार्यकाल में भारत हर क्षेत्र में अग्रणी रहा। पहलगाम हमले के बाद जो सबक सिखाया गया, उसे पूरे विश्व ने देख लिया है।

विदेश नीति और लोकप्रियता

वर्तमान में नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। दुनिया के अधिकांश देशों के साथ भारत के संबंध अच्छे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक दुनिया के 24 देशों से सर्वोच्च सम्मान मिल चुका है। इनमें रूस का 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रू', यूएई का 'जायद मेडल', फ्रांस का 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर', मालदीव का 'रूल ऑफ इज्जुद्दीन' और नाइजीरिया, साइप्रस, फिजी जैसे देशों के प्रतिष्ठित पुरस्कार शामिल हैं। अमेरिका के साथ टैरिफ के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह की कूटनीति और परिपक्वता का परिचय दिया है, उसके बाद से तो पूरी दुनिया ही नरेंद्र मोदी की मुरीद हो चुकी है। भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर जो अमेरिका दबाव बनाना चाहता था, वह खुद अपने फैसलों पर पछता रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मान लिया है कि नरेंद्र मोदी बहुत मजबूत नेता हैं, वो किसी के दबाव में आने वाले नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर फोन करके बधाई दी है। उन्हें अपना सबसे अच्छा मित्र बताया है। इसके साथ ही रूस और यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उनकी तारीफ भी की है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति दुनिया की नजर में है, क्योंकि जो बाइडन, डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेता उनकी विदेशी लोकप्रियता पर आश्चर्य करते हैं।

 

 

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