Indian Stock Market: वैश्विक संकेतों पर निवेशकों की नजर, आईटी सेक्टर में दबाव

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का दिन अच्छा नहीं दिख रहा है। आज सुबह शेयर बाजार लाल निशान में खुले, जबकि आईटी सेक्टर पर जोरदार दबाव देखने को मिला। इस कारण सेंसेक्स 82,675 और निफ्टी 25,200 पर कारोबार करता नजर आया है। तो आइए जानें शेयर बाजार की स्थिति.....

Indian Stock Market: वैश्विक संकेतों पर निवेशकों की नजर, आईटी सेक्टर में दबाव
खबर विस्तार : -

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार ने सतर्क रुख के साथ गुरुवार को कारोबार की शुरुआत की। सेंसेक्स ने मामूली 50 अंकों की गिरावट के साथ 82,675 और निफ्टी ने 19 अंकों की कमजोरी के साथ 25,200 के स्तर पर दस्तक दी। बाजार पर मुख्य दबाव आईटी शेयरों से बना, जहां निफ्टी आईटी इंडेक्स में 0.80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान आईटी के अलावा, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी, मीडिया, प्राइवेट बैंक और कमोडिटी सेक्टर भी लाल निशान में रहे। वहीं ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और एनर्जी सेक्टर ने हरे निशान में कारोबार कर बाजार को संतुलित रखा।

सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में शामिल रहीं ये कंपनियां

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कारोबार की स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहा। यहां पिछले कारोबारी सत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियां भी दबाव में नजर आईं। स्मॉलकैप और मिडकैप के शेयरों में मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। वहीं, दूसरी तरफ निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 18,895 अंकों के स्तर पर लगभग स्थिर रहा, जबकि मिडकैप इंडेक्स 127 अंक फिसलकर 59,201 अंक पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में टाटा मोटर्स, एलएंडटी, सन फार्मा और भारती एयरटेल शामिल रहे। वहीं ट्रेंट, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस और टीसीएस जैसे दिग्गजों में गिरावट दर्ज की गई।

विश्लेषकों की नजर में बाजार

विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक संकेतों से बाजार की दिशा तय हो रही है। जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के प्रमुख रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका द्वारा वैश्विक व्यापार समझौतों पर जोर देने के कारण टैरिफ को लेकर बनी चिंता कम होती दिख रही है। यह निवेशकों में भरोसा जगाने में कामयाब होता दिख रहा है। हालांकि वैश्विक वृद्धि दर अभी भी कमजोर बनी हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि वर्ष 2026 तक इसमें सुधार की संभावना को बाजार नजरअंदाज नहीं कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इंफोसिस की पहली तिमाही के परिणाम मजबूत रहे हैं, जिससे आईटी सेक्टर को कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन व्यापक स्तर पर सेक्टर की मजबूती फिलहाल संदेह में है।

विदेशी निवेशकों ने की 4,209 करोड़ की बिकवाली

संस्थागत निवेशकों के रुझान की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने लगातार दूसरे दिन 4,209 करोड़ की बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशकों ने खरीदारी जारी रखते हुए 4,358 करोड़ रुपए निवेश किए। निष्कर्षतः, बाजार फिलहाल दिशा रहित लेकिन स्थिर है, और आने वाले दिनों में वैश्विक संकेतों और कॉर्पोरेट अर्निंग्स से ही यह तय होगा कि तेजी लौटेगी या दबाव बढ़ेगा।

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