Fighter Jet AMCA Aprooved: पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट ‘एमका’ बनाने को रक्षा मंत्रालय की मजूरी

खबर सार :-
केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट 'एमका' को बनाने की मंजूरी प्रदान कर दी है। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी को अत्याधुनिक तकनीक और सुविधायुक्त फाइटर जेट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह फाइटर जेट 2035 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है।

Fighter Jet AMCA Aprooved: पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट ‘एमका’ बनाने को रक्षा मंत्रालय की मजूरी
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र के लिए अपना खजाना पूरी तरह से खोल दिया है। इस बीच स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और घरेलू एयरोस्पेस उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमका) कार्यक्रम के निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है। यह कार्यक्रम अब एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी यानी एडीए द्वारा औद्योगिक साझेदारी के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा।

आत्मनिर्भर भारत अभियान को मिलेगी मजबूती

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, एमका परियोजना न केवल भारतीय वायुसेना की शक्ति को बढ़ाएगी, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' को भी मजबूत आधार प्रदान करेगी। यह निर्णय भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र में दीर्घकालिक रणनीतिक स्वावलंबन की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। विदेशी व आधुनिकतम लड़ाकू विमानों के बीच भारत की स्वदेशी लड़ाकू विमान परियोजना, एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमका) सुर्खियां बटोर रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही कह चुके हैं कि भारत, एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को लेकर प्रण कर चुका है कि इसे बनाकर तैयार करना है। इस संबंध में डीआरडीओ के अधिकारियों का कहना है कि ‘एमका’ विमान तैयार होने पर यह अपनी श्रेणी के अन्य आधुनिक और घातक फाइटर जेट में से एक होगा। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की पावर से युक्त इलेक्ट्रॉनिक पायलट, नेटसेंट्रिक वारफेयर सिस्टम, इंटीग्रेटेड व्हीकल हेल्थ मैनेजमेंट और इंटरनल-बे के साथ दुश्मन के लिए बेहद घातक साबित होगा।

 पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट का विकास

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सरकार की ओर से एमका के निष्पादन मॉडल को मंजूरी देने का उद्देश्य भारत की स्वदेशी विशेषज्ञता, क्षमता और संसाधनों का उपयोग करते हुए पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट एमका के प्रोटोटाइप का विकास करना है, जो देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। हमारी सेना ने अपनी बहादुरी और सैन्य क्षमताओं से हाल ही में पूरी दुनिया को अवगत कराने में कामयाबी हासिल की है। इसमें एमका जैसी पांचवीं पीढ़ी के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान का जुड़ना हमारी सैन्य क्षमताओं को और सुदृढ़ बनाएगा। इस विमान में स्टील्थ तकनीक, सुपीरियर एवियोनिक्स और अत्याधुनिक हथियार प्रणाली शामिल होंगी। यह परियोजना भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का कार्य करेगी। एडीए और उद्योग जगत के बीच यह सहयोग मॉडल रक्षा उत्पादन में निजी क्षेत्र की भागीदारी को भी बढ़ावा देगा। इससे नई तकनीकों का विकास, रोजगार के अवसर और अनुसंधान एवं विकास को बल मिलेगा।

रक्षा मंत्रालय की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने संभाली कमान

एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमका) परियोजना के निदेशक कृष्ण राजेंद्र नीलि ने बताया कि एमका भारत की सबसे महत्वाकांक्षी फाइटर जेट परियोजना है। यह 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट होगा, जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (रक्षा मंत्रालय) द्वारा बनाया जा रहा है। इस फाइटर जेट के आने वाले वर्षों में भारतीय वायु सेना में शामिल होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि भारत ने तेजस नामक एक हल्का लड़ाकू विमान भी बनाया है, लेकिन ‘एमका’ कई मामलों में उससे भी बेहतर होगा। यह  बेहद एडवांस्ड व 5वीं पीढ़ी का डबल इंजन लड़ाकू विमान होगा। इसमें एआई-पावर इलेक्ट्रॉनिक मल्टी सेंसर डाटा फ्यूजन है, ताकि आसपास की स्थिति पर पूरी तरह नजर रखी जा सके। इसकी मदद से विमान में मौजूद पायलट तुरंत कार्रवाई कर सकेगा। यह सटीक टारगेट लगाने में मददगार होगा। सबसे बड़ी खासियत यह है कि एमका बेहद कम विजिबिलिटी में ऑपरेशन को अंजाम दे सकेगा। एयरो-इंडिया 2025 प्रदर्शनी में इसके फुल-स्केल मॉडल को प्रदर्शित किया गया था। इसी मॉडल को ही असली ‘एमका’ में परिवर्तित किया जा रहा है। एमका का डिजाइन तैयार करने वाली एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) का कहना है कि अगले एक दशक यानी 2035-36 तक यह स्वदेशी फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट बनकर तैयार हो जाएगा।

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