शेयर बाजार में अस्थिरता का संकट, गिरावट के बावजूद निवेशकों में आशा की किरण बरकरार

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। यहां गिरावट के बावदूद निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार में अगले कुछ दिनों में होने वाले बड़े बदलावों का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिलेगा।

शेयर बाजार में अस्थिरता का संकट, गिरावट के बावजूद निवेशकों में आशा की किरण बरकरार
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। यहां बाजार में लगातार गिरावट के बावजूद निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत सुस्त रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ बाजार में उठा-पटक का दौर देखने को मिला। निवेशकों के लिए आज का दिन एक भावनात्मक रोलर कोस्टर जैसा रहा, जहां बाजार ने खुलते ही गिरावट दिखाई, फिर तेजी पकड़ी और दोबारा लाल निशान में लौट आया। वैश्विक बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की मुनाफावसूली और आईटी सेक्टर की कमजोर शुरुआत ने शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर दबाव डाला।

"सेंसेक्स और निफ्टी" दोनों में दिखी हल्की "गिरावट"

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला। इस कारण बीएसई सेंसेक्स ने आज 163.12 अंकों की गिरावट के साथ 81,299.97 पर कारोबार की शुरुआत की। बाजार में शुरुआती 20 मिनटों में खरीदारी के बल पर यह 81,478.05 तक पहुंच गया, लेकिन मुनाफावसूली के चलते सेंसेक्स 10 बजे तक 156.75 अंकों की गिरावट के साथ 81,306.34 पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी ने 24,782.45 से शुरुआत की, हरे निशान में उछल कर 24,854.70 तक गया, लेकिन बिकवाली ने इसे 24,806 पर ला दिया।

बाजार में सक्रिय शेयरों की संख्या और स्थिति

बीएसई पर कुल 2,465 शेयरों में ट्रेडिंग हो रही थी, जिनमें से 1,365 शेयर हरे निशान में और 1,100 लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में लिवाली देखने को मिली, जबकि 14 शेयरों पर बिकवाली का दबाव बना रहा। निफ्टी के 50 शेयरों में से 28 शेयरों ने हरे निशान में मजबूती दिखाई, जबकि 22 शेयर लाल निशान में फिसलते नजर आए।

"आईटी और बैंकिंग" सेक्टर में "दबाव", "फाइनेंस व ऑटो" में "बढ़त"

घरेलू शेर बाजार में बैंकिंग और आईटी सेक्टर में जोरदार दबाव देखने को मिला। जबकि, फाइनेंस और ऑटो सेक्टर में बढ़त देखने को मिली है। सोमवार को कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 6.50 प्रतिशत की गिरावट रही, वहीं विप्रो, टीसीएस, इन्फोसिस और भारती एयरटेल के शेयर भी नुकसान में रहे। यह गिरावट मुख्यतः वैश्विक स्तर पर आईटी सेक्टर की कमजोरी और ब्याज दरों से संबंधित अनिश्चितता के कारण रही। इसके उलट श्रीराम फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयरों ने 2.22 प्रतिशत से 0.74 प्रतिशत तक की बढ़त दिखाई। ऑटो और कंज्यूमर सेक्टर में घरेलू मांग के चलते निवेशकों का रुझान सकारात्मक बना हुआ है।

सप्ताह की शुरुआत सतर्कता के साथ

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को सप्ताह की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। यहां अनिश्चितता का माहौल होने के बावजूद निवेशक सतर्क हैं। आंकड़ों पर गौर करें, तो पिछले सप्ताह शुक्रवार को सेंसेक्स 721.08 अंक गिरकर बंद हुआ था और निफ्टी ने भी 225.10 अंकों की गिरावट के साथ सप्ताह का अंत किया था। ऐसे में सप्ताह की शुरुआत में ही बाजार का यह उतार-चढ़ाव निवेशकों को यह संकेत देता है कि यह सप्ताह भी अस्थिरता भरा हो सकता है।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अभी वैश्विक घटनाक्रम, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी नीति बैठक और कंपनियों के तिमाही नतीजे प्रमुख भूमिका निभाएंगे। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहकर, मजबूत बुनियादी ढांचे वाली कंपनियों में ही निवेश करने की सलाह दी जा रही है। हालांकि शुरुआती दबाव के बावजूद बाजार में रिकवरी की कोशिश यह दिखाती है कि निवेशकों का भरोसा अब भी बरकरार है।

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