Gold Investment: डिजिटल सोने में निवेश बढ़ा, सोने-चांदी की कीमतें स्थिर

खबर सार :-
सर्राफा बाजार में स्थिरता का दौर बना हुआ है, वहीं डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों ने निवेश के परंपरागत तरीकों को चुनौती दी है। आने वाले समय में बाजार में भावनात्मक और आर्थिक दोनों तरह के बदलाव देखे जा सकते हैं, जो निवेशकों और व्यापारियों के निर्णयों को प्रभावित करेंगे। ऐसे में जाने भविष्य को लेकर क्यों चिंतित हैं स्वर्ण कारोबारी....

Gold Investment: डिजिटल सोने में निवेश बढ़ा, सोने-चांदी की कीमतें स्थिर
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः घरेलू सर्राफा बाजार में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव का माहौल बना हुआ है। सोने और चांदी की कीमतों में लगातार पांच दिनों की गिरावट के बाद मंगलवार को कीमतें स्थिर रहीं, जिससे बाजार में निवेशकों की रणनीतियों में भी बदलाव देखने को मिला। देश के प्रमुख महानगरों में आज 24 कैरेट सोना 99,920 रुपये से 1,00,070 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 91,590 रुपये से 91,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच कारोबार करता रहा। वहीं चांदी 1,15,900 रुपये प्रति किलोग्राम के स्थिर भाव पर बनी रही। इस स्थिरता के बीच एक नया रुझान देखने को मिला है, जिसके तहत डिजिटल गोल्ड में निवेश का चलन लगातार बढ़ रहा है।

डिजिटल गोल्ड बना विकल्प

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में अस्थिरता की कमी और ऑनलाइन निवेश की सुविधा के कारण युवा निवेशक पारंपरिक आभूषणों की बजाय डिजिटल माध्यम से सोने में पैसा लगा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म्स पर निवेश में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। Paytm, PhonePe और Google Pay जैसे प्लेटफॉर्म्स पर छोटे निवेशक 100 रुपये से लेकर हजारों रुपये तक का सोना खरीद रहे हैं। एक निवेशक अंशु अग्रवाल ने बताया कि अब हर बार ज्वैलरी शॉप पर जाने की जरूरत नहीं। मोबाइल से सोना खरीदना आसान हो गया है। इसके साथ ही रियल टाइम प्राइस भी आसानी से ट्रैक कर सकते हैं।

सर्राफा व्यापारियों की चिंता

बुलियन मार्केट के व्यापारियों ने डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन बिक्री पर चिंता जाहिर की है। व्यापारियों का कहना है कि पारंपरिक ज्वैलरी व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए आने वाला वक्त मुश्किलों भरा होगा। दिल्ली के एक ज्वैलर रोहित वर्मा का कहना है कि, डिजिटल गोल्ड एक सुविधाजनक विकल्प तो है, लेकिन यह असली गहनों की जगह नहीं ले सकता। त्योहारों और शादी के सीजन में मांग फिर से बढ़ेगी। इसलिए व्यापार पर ज्यादा असर नहीं होगा।

निवेशकों को सलाह

बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि कीमतों की स्थिरता अल्पकालिक हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर और ब्याज दरों में संभावित बदलाव से सोने की कीमतों में जल्द ही हलचल देखी जा सकती है। निवेशक फिलहाल संयम बरतें और अपने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखें।

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