उत्तर प्रदेश में दिखेगी ब्रांड यूपी की ताकत, 9 से 18 अक्टूबर तक हर जनपद में होगा स्वदेशी मेले का आयोजन

खबर सार :-
यूपी सरकार प्रदेश भर के 75 जनपदों में स्वदेशी मेले का आयोजन करेगी। सभी जिलों में 9 से 18 अक्टूबर तक इस मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके जरिए यूपीआईटीएस 2025 की सफलता को आमजन तक पहुंचाने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का प्रयास है। यह आयोजन विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में दिखेगी ब्रांड यूपी की ताकत, 9 से 18 अक्टूबर तक हर जनपद में होगा स्वदेशी मेले का आयोजन
खबर विस्तार : -

लखनऊ : राज्य के उद्योग, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने लखनऊ के लोकभवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ग्रेटर नोएडा एक्सपो मार्ट में हाल ही में 25 से 29 सितंबर तक आयोजित उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो (UPITS)-2025 का तीसरा संस्करण अभूतपूर्व रूप से सफल रहा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने न केवल निवेश और नवाचार के नए अवसर खोले, बल्कि "ब्रांड उत्तर प्रदेश" को एक नई अंतरराष्ट्रीय पहचान भी दिलाई। 2,200 से ज़्यादा स्टॉल लगाए गए, जिनमें सरकारी विभागों, उद्यमियों, निर्यातकों, हस्तशिल्पियों और कारीगरों के उत्पादों और नवाचारों को प्रदर्शित किया गया।

इस आयोजन में 80 से अधिक देशों के 500 से अधिक खरीदारों ने भाग लिया, जिससे 11,200 करोड़ मूल्य की व्यावसायिक पूछताछ हुई और लगभग 5,00,000 लोगों ने इसमें भाग लिया। अब हर जिले में "स्वदेशी मेले" आयोजित किए जाएंगे। मंत्री ने बताया कि यूपीआईटीएस-2025 की सफलता को जन-जन तक पहुंचाने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 9 से 18 अक्टूबर, 2025 तक राज्य के सभी जिलों में "स्वदेशी मेले" आयोजित किए जा रहे हैं। यह आयोजन "विकसित उत्तर प्रदेश 2047" के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

मेलों में दिखेगी लोक कला, संगीत, पारंपरिक संस्कृति की झलक 

ये मेले उद्योग विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग, माटी कला बोर्ड, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, रेशम विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, मुख्यमंत्री युवा, ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से संबद्ध विभागों के साथ-साथ कारीगरों, शिल्पकारों, उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय का अवसर प्रदान करेंगे। मंत्री राकेश सचान ने बताया कि संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित होने वाले इन मेलों में उत्तर प्रदेश की लोक कला, संगीत और पारंपरिक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। मंत्री ने बताया कि प्रत्येक जिले में प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष स्वदेशी मेले का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा, "यह स्वदेशी मेला जीएसटी सुधारों के रूप में प्रधानमंत्री से देश को मिले दिवाली उपहार का उत्सव है, जिसमें राज्य का हर वर्ग भाग लेगा।

आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम 

मंत्री सचान ने बताया कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश अभियान को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर ये आयोजन किए जा रहे हैं। तेजी से बदलते वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में ये मेले राज्य के उद्यमियों, कारीगरों और हस्तशिल्पियों को नई ऊर्जा और आर्थिक संबल प्रदान करेंगे। एमएसएमई विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से इन मेलों का आयोजन कर रहा है। सभी सहभागी विभागों, उद्यमियों और कलाकारों का सहयोग मांगा जा रहा है।

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