शहीद पथ के किनारे बनेगा फ्लावर वैली, दस करोड़ खर्च किए जाएंगे

खबर सार :-
शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय के पीछे ग्राम-मलेशेमऊ की 51 एकड़ अर्जित भूमि पर एक विशेष योजना को विकसित किया जाना है। इस पार्क को ईको टूरिज्म का नया केन्द्र बनाने में कामयाबी मिलेगी। उन्होंने बताया कि परियोजना पर लगभग 10 करोड़ रूपये के आसपास खर्च आएगा।

शहीद पथ के किनारे बनेगा फ्लावर वैली, दस करोड़ खर्च किए जाएंगे
खबर विस्तार : -

लखनऊ, विकास प्राधिकरण शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय के पास 10 करोड़ रूपये की लागत से फ्लावर वैली बनाने के लिए काफी उत्साहित है। लगभग पांच एकड़ क्षेत्रफल में विकसित की जाने वाली फ्लावर वैली में फूलदार पेड़-पौधों के साथ वॉटर बॉडी, ऑब्जर्वेशन टॉवर, स्टेप्ड लैंडस्केप, मून गेट, फ्लोटिंग आईलैंड ब्रिज आदि से वैली को सजाया जाएगा। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने इसे तैयार करने के लिए विभाग के लोगों को जिम्मेदारी भी दी है। 

 एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के पास ग्रीन बेल्ट की 05 एकड़ भूमि पर फ्लावर वैली बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए आर्किटेक्ट, हॉर्टीकल्चर व लैंड स्केप आर्टिस्ट की टीम से परियोजना की रूपरेखा तैयार करायी जा रही है। इसके लिए अब टेंडर कराकर काम शुरू कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फ्लावर वैली में कई प्रकार के पेड़-पौधे लगाये जाएंगे। इनमें हर मौसम में फूल खिलेंगे। इसके अलावा यहां वॉटर बॉडी, ऑब्जर्वेशन टॉवर, स्टेप्ड लैंडस्केप, मून गेट, फ्लोटिंग आईलैंड ब्रिज, रूट ब्रिज व पवेलियन आदि का काम कराया जाएगा। फ्लावर वैली की आकर्षक डिजाइन और इसकी खूबसूरती लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगी।

ग्राम मलेशेमऊ में 51 एकड़ भूमि पर यह विकसित होगा

शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय के पीछे ग्राम-मलेशेमऊ की 51 एकड़ अर्जित भूमि पर एक विशेष योजना को विकसित किया जाना है। इस पार्क को टूरिज्म से जोड़ने के लिए वर्तमान में जमीन की सर्फेस ड्रेसिंग, साफ-सफाई व सड़क का कार्य कराया जा रहा है। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि यहां पी0पी0पी0 मोड पर लगभग 2500 करोड़ रूपये रूपये से ग्रुप हाउसिंग विकसित की जाएगी। इस क्षेत्र में लगभग 4,000 परिवारों को विश्वस्तरीय आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। अधिकारियों का मानना है कि योजना को तीन क्लस्टर में विकसित किया जाएगा, जिसमें अपार्टमेंट के कई टावर बनाए जाएंगे। इसमें 01 बीएचके से लेकर 04 बीएचके फ्लैट्स व पेंट हाउस बनाए जाएंगे। इसी क्षेत्र में ई0डब्ल्यू0एस0 व एल0आई0जी श्रेणी के भवन बनाने की योजना है। गोमती नदी के किनारे इसे विकसित करने से सभी अपार्टमेंट रिवर व्यू कराए जाएंगे। 

डिजिटाइज की जाएंगी फाइलें 

उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने लालबाग स्थित प्राधिकरण के पुराने कार्यालय का हाल देखकर हैरानी जताई। यहां रिकॉर्ड में रखी नजूल, ट्रस्ट, मानचित्र व सम्पत्ति की 1 लाख 70 हजार फाइलों को उपाध्यक्ष ने स्कैन कराकर डिजिटाइज कराने के लिए कहा है। डिजिटाइजेशन कराने के बाद इनमें से निष्प्रयोज्य फाइलों को नियमानुसार निस्तारित कराना जरूरी बताया है। साथ ही कबाड़ हो चुके फर्नीचर समेत अन्य वस्तुओं को नीलामी के माध्यम से डिस्पोज कराने के लिए कहा है। उपाध्यक्ष ने निर्देश दिये कि रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों व ऑपरेटरों को संबंधित काम देकर इसे निस्तारित कराएं। 
 

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