उचित रख रखाव ना होने से रानी लक्ष्मी बाई का किला हो रहा जर्जर

खबर सार :-
झांसी का ऐतिहासिक किला रखरखाव की लापरवाही से जर्जर हो रहा है। दीवारों में दरारें, पौधों का उगना और काई जमने से क्षति की आशंका है। पर्यटक स्थल होने के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा। पूर्व महापौर राम तीरथ सिंगल ने विभाग से सुधार की मांग की है। पुरातत्व विभाग ने जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।

उचित रख रखाव ना होने से रानी लक्ष्मी बाई का किला हो रहा जर्जर
खबर विस्तार : -

झांसीः नगर की शान एवं बुंदेलखंड की पहचान महारानी लक्ष्मीबाई झांसी का किला बुरे हालातों से गुजर रहा है। इस ऐतिहासिक किले का उचित रख-रखाव न होने से इसकी दीवारों में चटकन आने लगी है। इस मानसून सीजन में उनमें पेड़ पौधे हो गए हैं। जिससे यह दीवारें कभी भी खुलकर भरभरा कर गिर सकती हैं। ऐतिहासिक किले के रखरखाव में लापरवाही उजागर हो रही है। किले के उत्तर पश्चिमी दीवारों में पत्थरों के जोड़ खुल चुके है। इस वजह से किले के इस हिस्से में कभी भी भारी नुकसान हो सकता है।

रानी लक्ष्मीबाई का किला स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन की याद दिलाता है

यह ऐतिहासिक किला रानी लक्ष्मीबाई का किला है, जो की एक पहाड़ी पर स्थित है। यह स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में रानी लक्ष्मीबाई के योगदान की याद हमेशा दिलाता रहता है। इस ऐतिहासिक किले की उचित देखभाल न होने से इसमें काफी क्षति होने की संभावना है। इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी पुरातत्व विभाग के पास है। लेकिन किले के मौजूदा हालातों को देखकर लग रहा है की किस तरह का रखरखाव विभाग द्वारा किया जा रहा है। किले की दीवारों में चारों तरफ पेड़ पौधे उग रहे हैं। इनके उग जाने से किले की दीवारों के जोड़ कमजोर होते जा रहे है।ं किले के निचले हिस्से में काफी झाड़ियां एवं पेड़ पौधे उग चुके हैं। एक जंगल सा खड़ा होता जा रहा है, जिससे किले का रूप रंग भी प्रभावित हो रहा है। दीवारों पर काई जम चुकी है। जिसकी कोई देखभाल या सफाई नहीं की जा रही है। इस किले में काफी पर्यटक आते हैं। विदेशी पर्यटकों की संख्या भी काफी है। जो रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य की निशानी देखने और समझने के लिए इस किले को देखने आते हैं। अगर लापरवाही का यही आलम रहा तो आने वाले समय में यह किला सिर्फ किताबों में ही देखने को रह जाएगा।

पुरातत्व विभाग की इस लापरवाही

पूर्व महापौर एवं एमएलसी राम तीरथ सिंगल ने पुरातत्व विभाग की इस लापरवाही को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के साथ किले पर पहुंचकर हालातों का पूरा जायजा लिया और कहा कि किले की उचित देखभाल न होना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने उन्होंने किले के लिए कई सारे बिंदुओं पर कार्य करने की आवश्यकता बताइ। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। उम्मीद की जाती है कि पुरातत्व विभाग इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए उचित प्रयास करेगा और इस ऐतिहासिक किले को पूर्ण रूपेण सुरक्षित रखेगा।

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