'मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए', आप सांसद संजय सिंह ने जौनपुर से शुरू किया स्कूल बचाओ अभियान

खबर सार :-
AAP सांसद संजय सिंह ने जौनपुर से 'स्कूल बचाओ अभियान' का आगाज किया। उन्होंने योगी सरकार पर 27,000 सरकारी स्कूलों को बंद करने और नई 'मधुशालाएं' खोलने का आरोप लगाया। सिंह ने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत स्कूल 1 किमी के दायरे में होने चाहिए, जबकि विलय वाले स्कूल 3-4 किमी दूर हैं।

'मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए', आप सांसद संजय सिंह ने जौनपुर से शुरू किया स्कूल बचाओ अभियान
खबर विस्तार : -

जौनपुरः आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आज बुधवार को जौनपुर से स्कूल बचाओ अभियान की शुरुआत कर दी। संजय सिंह ने मौजूद लोगों से कहा कि सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार 27,000 सरकारी स्कूलों को बंद करने जा रही है। जबकि 27,308 नई मधुशालाएं (शराब की दुकानें) खोली हैं। सिंह ने इस कदम को लाचार-गरीब अभिभावकों के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कहा। संजय सिंह ने कहा कि आप इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी।

मीरगंज खास के बच्चों और अभिभावकों से की मुलाकात

अभियान की शुरुआत करने संजय सिंह जौनपुर के सिकरारा विधानसभा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय, मीरगंज खास पहुंचे। यह स्कूल भी योगी सरकार द्वारा बंद कर दिया गया है। उन्होंने वहां मौजूद बच्चों और उनके अभिभावकों से बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। अभिभावकों ने सांसद को अपनी समस्याओं से रूबरू कराया।

एक अभिभावक ने बताया कि उनका बच्चा जिस स्कूल में पढ़ता है वह 1 जुलाई से बंद है। इसे जिस नए स्कूल में विलय किया गया है, वह उसके घर से करीब लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर है। छोटे बच्चों के लिए इतनी दूर जाना बेहद मुश्किल है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि दूसरे स्कूल जाने के लिए बच्चों को हाईवे पार करना पड़ता है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। सभी ग्रामीणों ने सांसद संजय सिंह से बच्चों के स्कूल को बचाने की गुहार लगाई। 

शिक्षा के अधिकार और AAP की कानूनी लड़ाई

शिक्षा के अधिकार (RTE) अधिनियम का हवाला देते हुए संजय सिंह ने कहा कि 6 से 14 साल के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा मिलनी उनका हक है। सरकारी स्कूल 1 किलोमीटर के दायरे में ही होने चाहिए। उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों को बंद किया गया है और जिनका विलय किया गया है, उनके बीच की दूरी 3 से 4 किलोमीटर है। नये स्कूल तक पहुंचने के लिए बच्चों का फोर लेन सड़क पार करना उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है। सिंह ने जोर देकर कहा कि शिक्षा के अधिकार को सही मायने में लागू करवाने और इन स्कूलों को बचाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी।

संजय सिंह ने घोषणा की कि वह बच्चों की इस अपील को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। साथ ही, AAP कार्यकर्ता अब गांव-गांव जाकर बंद हुए सरकारी स्कूलों के बच्चों और अभिभावकों से मिलेंगे, और जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी करेंगे। संजय सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ उस नए स्कूल तक पदयात्रा भी की जिसमें मीरगंज खास के स्कूल का विलय किया गया है। उन्होंने दोहराया,  हमको 'मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए', बच्चों का स्कूल उन्हें वापस चाहिए। AAP इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और बच्चों का भविष्य बचाने के लिए अंत तक संघर्ष करेगी।

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