Air India Plane Crash Report: एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अहमदाबाद में एयर इंडिया (AI 171) हादसे के एक महीने बाद अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है। 15 पेजों की इस रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए है। AAIB ने विमान के इंजन में ईंधन आपूर्ति बाधित होने जैसी कई अहम बातों की ओर इशारा किया है। हालांकि, ब्यूरो ने कहा है कि यह रिपोर्ट प्रारंभिक है और दुर्घटना की विस्तृत जांच जारी है।
* AAIB की प्रारंभिक जाँच रिपोर्ट में दुर्घटना का कारण इंजन में ईंधन की आपूर्ति में कमी बताया गया है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से प्राप्त आंकड़ों से पता चला है कि उड़ान भरने के बाद जैसे ही विमान ने 180 नॉट की अधिकतम गति प्राप्त की, दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति करने वाले स्विच रनिंग मोड से कटऑफ मोड में चले गए। दोनों स्विच 1 सेकंड के अंतराल पर कटऑफ हो गए। इससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई थी।
* रिपोर्ट में कहा गया है कि मेडे का संदेश मिलते ही एटीसी ने आपातकाल घोषित कर दिया था। दुर्घटनास्थल की ड्रोन के ज़रिए फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी की गई। दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे की फोरेंसिक लैब में जांच की गई। मलबे को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर ही सुरक्षित रखा गया है। विमान के दोनों इंजन मलबे से बरामद किए गए, जिन्हें हवाई अड्डे के हैंगर में अलग-अलग रखा गया है।
* रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान दुर्घटना की आगे की जांच के लिए साक्ष्यों की पहचान कर उन्हें एकत्र कर लिया गया है। विमान में ईंधन भरने के लिए इस्तेमाल किए गए बॉज़र और टैंकों से लिए गए ईंधन के नमूनों की जांच डीजीसीए लैब में की गई। एपीयू फ़िल्टर और बाएं पंख के रिफ्यूल/जेटसन वाल्व से बहुत कम मात्रा में ईंधन के नमूने मिले। गवाहों और जीवित बचे यात्रियों के बयान भी दर्ज किए गए।
* रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान की गति कम होने लगी, तो एक पायलट ने दूसरे पायलट से पूछा कि तुमने तेल आपूर्ति स्विच क्यों बंद कर दिया? पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। पायलट ने तुरंत स्विच चालू कर दिया। एक इंजन का थ्रस्ट तो बहाल हो गया, लेकिन दूसरा इंजन सक्रिय नहीं हुआ। विमान की गति कम होने लगी और वह नीचे की ओर जाने लगा, तभी पायलट ने मेडे का संदेश दिया।
* रिपोर्ट के अनुसार, विमान के स्वचालित सिस्टम ने आपातकालीन स्थिति को देखते हुए स्वचालित रूप से मदद करने की कोशिश की, हालाँकि, रैम एयर टर्बाइन और APU जैसे सिस्टम सक्रिय होने के बावजूद, विमान को दुर्घटनाग्रस्त होने से नहीं बचाया जा सका।
गौरतलब है कि गुजरात के अहमदाबाद 12 जून को एयर इंडिया का आधुनिक विमान - बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 मेघनानगर में उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में 260 लोगों की जान चली गई थी। जिसमें 229 यात्री 12 चालक दल और 19 ज़मीन पर मौजूद लोग शामिल थे। जबकि एक यात्री जिंदा बचा था। विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हवाई अड्डे के पास एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह रिपोर्ट उड़ान भरने के 90 सेकंड के भीतर हुए भयावह घटनाक्रम का वर्णन करती है। इस दुर्घटना को हाल के इतिहास में देश की सबसे घातक विमानन दुर्घटना कहा गया है।
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