भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद, ऑटो और रियल्टी स्टॉक्स में भारी मुनाफावसूली

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसमें ऑटो और रियल्टी सेक्टरों में मुनाफावसूली प्रमुख कारण रही। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखी गई। निवेशक तिमाही नतीजों, अमेरिकी फेड की नीति और आगामी महंगाई आंकड़ों पर नजर बनाए हुए हैं, जिससे बाजार में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव की संभावना है।

भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद, ऑटो और रियल्टी स्टॉक्स में भारी मुनाफावसूली
खबर विस्तार : -

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों की मुनाफावसूली और आगामी आर्थिक आंकड़ों को लेकर सतर्कता के चलते बाजार लाल निशान में बंद हुआ। दिन के अंत में बीएसई सेंसेक्स 153.09 अंक या 0.19 प्रतिशत टूटकर 81,773.66 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 62.15 अंक या 0.25 प्रतिशत गिरकर 25,046.15 पर बंद हुआ।

निफ्टी रियल्टी में आई गिरावट

इस गिरावट का मुख्य कारण ऑटो और रियल्टी शेयरों में मुनाफावसूली रहा। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.53 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी 1.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा निफ्टी इंफ्रा (0.63 प्रतिशत), एनर्जी (1.08 प्रतिशत), मीडिया (1.72 प्रतिशत) और एफएमसीजी (0.50 प्रतिशत) जैसे सेक्टरों में भी कमजोरी देखी गई। वहीं दूसरी ओर कुछ सेक्टरों में मजबूती भी देखने को मिली। निफ्टी आईटी 1.51 प्रतिशत और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। इससे यह संकेत मिला कि बाजार में कुछ हिस्सों में खरीदारी का रुख बना हुआ है।

टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाइटन, इन्फोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, जोमैटो, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील ने अच्छी बढ़त दर्ज की। वहीं टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और बजाज फिनसर्व को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 422.65 अंक या 0.73प्रतिशत गिरकर 57,866.75 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 92.80 अंक या 0.52प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,890.60 पर बंद हुआ। इससे यह स्पष्ट हुआ कि गिरावट केवल लार्जकैप तक सीमित नहीं रही बल्कि पूरे बाजार में व्यापक बिकवाली देखने को मिली।

सतर्क रहने की सलाह

बाजार विशेषज्ञों ने बताया कि निवेशक आगामी तिमाही परिणामों और वैश्विक संकेतों को लेकर सतर्क हैं। खासतौर पर सितंबर माह के फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की मीटिंग के मिनट्स पर सभी की नजरें टिकी हैं, जिससे अमेरिका की मौद्रिक नीति के रुख का संकेत मिलेगा। साथ ही भारत में अगले सप्ताह जारी होने वाले उपभोक्ता महंगाई दर (CPI) के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।

बाजार में अस्थिरता बने रहने की आशंका

मार्केट एक्सपर्ट एपी शुक्ला ने कहा कि, आने वाले दिनों में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। जैसे-जैसे कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे, वैसी ही प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी। बुधवार को बाजार ने मजबूती के साथ शुरुआत की थी। सुबह 9:17 बजे सेंसेक्स 67 अंक की बढ़त के साथ 81,994 पर और निफ्टी 23 अंक ऊपर 25,132 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि बाद में बिकवाली का दबाव बढ़ा और बाजार लाल निशान में बंद हुआ।

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