Earthquake Indonesia Greece : जब आप सो रहे थे तो हिल गया था इंडोनेशिया और ग्रीस

खबर सार :-
Earthquake Indonesia Greece : भूकंप का केंद्र एक ऐसे क्षेत्र में था, जिसे पहले से ही भूकंपीय रूप से अत्यधिक सक्रिय माना जाता है। दिलचस्प बात यह है कि इसी महीने सुलावेसी में भी धरती हिली थी।

Earthquake Indonesia Greece : जब आप सो रहे थे तो हिल गया था इंडोनेशिया और ग्रीस
खबर विस्तार : -

Earthquake Indonesia Greece : इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा में शुक्रवार, 23 मई 2025 को आधी रात के समय ज़ोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 मापी गई जबकि भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। अभी तक किसी के घायल होने या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है।

भूकंप का केंद्र एक ऐसे क्षेत्र में था, जिसे पहले से ही भूकंपीय रूप से अत्यधिक सक्रिय माना जाता है। दिलचस्प बात यह है कि इसी महीने सुलावेसी में भी धरती हिली थी, जहाँ 6.0 तीव्रता का झटका दर्ज किया गया था, हालाँकि यूरोपीय भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने इसे 5.9 आंका था। इन दोहराए गए झटकों के बाद स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। इंडोनेशिया का भौगोलिक स्थान "प्रशांत रिंग ऑफ फायर" पर स्थित है, जहां धरती की कई टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं। यही वजह है कि इस देश में अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, समुद्र में आए भूकंपों से सुनामी की आशंका भी बनी रहती है, जो तटीय क्षेत्रों के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।

ग्रीस में भी आया जोरदार भूकंप, सुनामी अलर्ट जारी

दूसरी ओर, 22 मई को ग्रीस में भी धरती ने तेज़ी से करवट ली। सुबह 6:19 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई, जो क्रेते द्वीप के उत्तर-पूर्व में स्थित एलौंडा से करीब 58 किलोमीटर दूर और 60 किलोमीटर गहराई में था। इस झटके को दूर-दूर तक महसूस किया गया, जिससे लोगों में घबराहट फैल गई और यूरोपीय अधिकारियों को ऐहतियातन सुनामी की चेतावनी तक जारी करनी पड़ी।

भूकंप के बाद यूरोपीय अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी थी, हालांकि अब तक किसी प्रकार की जनहानि या भौतिक क्षति की पुष्टि नहीं हुई है। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने इस भूकंप की पुष्टि की और चेतावनी को उचित बताया।

विशेषज्ञों की चेतावनी

भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही अभी तक इन दोनों भूकंपों से किसी तरह की क्षति की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन बार-बार के झटके भविष्य में बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैं। दोनों ही देश भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील हैं, और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

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