संयम के साथ भारत की कार्रवाई को दुनिया ने देखा

खबर सार : -
बीती रात करीब नौ बजे पाकिस्तान की ओर से जैसलमेर में रिहायसी ठिकानों पर हमले किए। रिहायसी इलाकों को टारगेट करने से जनहानि या फिर मवेशियों को क्षति पहुंचती है।

खबर विस्तार : -

लखनऊः देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज 09 मई को सेना के बड़े अधिकारियों से बीती रात की सैन्य वारदातों के संबंध में बात की। पाकिस्तान की ओर से किए गए अटैक का जवाब देने के लिए उन्होंने बीती रात ही अपने शब्दों में समझा दिया था। रक्षामंत्री ने कहा कि हमारा सैन्य आक्रमण आतंकी घटनाओं के खिलाफ उनके ठिकानों पर किया गया है। उधर, पाकिस्तान का असली चेहरा बेनकाब हुआ है। पूरा इलाका अंधेरे में डूबा हुआ था। बता दें कि जैसलमेर संवेदनशील एरिया है। यहां शुक्रवार को अधिकारियों ने सर्च आपरेशन चलाया।

आसमान में भारतीय फाइटर प्लेन एक के बाद एक पाकिस्तान के ड्रोन बर्बाद करते रहे। पाकिस्तान के पास चाइना के बने कुछ हथियार भी हैं, इनके बल पर वह भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ना चाहता है। बार्डर क्षेत्र में छोटा राकेट सरीखे हथियार पाए जाने के बाद सेना ने लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। सुबह करीब दस बजे जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ल ने भी कई शहरी क्षेत्रों का दौरा किया है। दुनिया देख रही है कि भारत की कार्रवाई दिन के उजाले में की जा रही हैं। उधर केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर अपने मित्र राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर संपर्क बनाते रहे। बीती रात पाकिस्तान की हरकतों का जवाब देने के लिए जैसे ही भारतीय सेना ने टारगेट करना शुरू किया, विदेश मंत्री ने फोन पर पाक की हरकत बतानी शुरू कर दी।

10 देशों के विदेश मंत्रियों के फोन मिलाए

भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव कम नहीं हो रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रात में ही 10 देशों के विदेश मंत्रियों के फोन मिलाए थे। सूत्र बताते हैं कि विदेश मंत्री ने भारत की ओर से पहल नहीं करने का भरोसा भी दिया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान अगर देश पर सैन्य हमला करता है, तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से भी बात की। विदेश मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद कहा कि सीमा पार स्थित आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला करने के लिए पाक ने ही मजबूर किया। अब पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाएगा।

जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि आज शाम अमेरिका के विदेश मंत्री से बात की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की मैं दिल से सराहना करता हूं। विदेश मंत्री ने कतर के पीएम और विदेश मंत्री, जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया, फ्रांस के विदेश मंत्री जीन नोएल बैरेट, जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल, स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बारेस के अलावा भी कई देशों में बात की। 
 

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