World Emergency Medicine Day : केजीएमयू में सीएमई व वर्कशॉप, हर जीवन की रक्षा, हमारी प्राथमिकता का संकल्प

खबर सार :-
World Emergency Medicine Day : डॉ हैदर अब्बास ने इमरजेंसी मेडिसिन को स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बताते हुए इसे समाज की सुरक्षा से जोड़ा। डॉ हैदर अब्बास न कहा कि यह विभाग फ्रंटलाइन पर कार्य करता है और मृत्यु तथा जीवन के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बना हुआ है।

World Emergency Medicine Day : केजीएमयू में सीएमई व वर्कशॉप, हर जीवन की रक्षा, हमारी प्राथमिकता का संकल्प
खबर विस्तार : -

World Emergency Medicine Day : किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू), लखनऊ के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में मंगलवार को विश्व इमरजेंसी मेडिसिन डे पर “आपको आपातकालीन सेवा प्रदान करने पर हमें गर्व है” थीम के तहत विशेष शैक्षिक एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीएमई, वर्कशॉप, क्विज प्रतियोगिता तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से न सिर्फ मेडिकल प्रोफेशनल्स को प्रशिक्षित किया गया बल्कि जनमानस को भी जीवन रक्षक प्राथमिक उपचार के महत्व को बताया गया।

स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है इमरजेंसी मेडिसिन : डॉ हैदर अब्बास

कार्यक्रम की शुरूआत विभागाध्यक्ष प्रो. हैदर अब्बास के उद्घाटन भाषण से हुआ। अपने संबोधन में डॉ हैदर अब्बास ने इमरजेंसी मेडिसिन को स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बताते हुए इसे समाज की सुरक्षा से जोड़ा। डॉ हैदर अब्बास न कहा कि यह विभाग फ्रंटलाइन पर कार्य करता है और मृत्यु तथा जीवन के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बना हुआ है।

टॉक्सिकोलॉजी और सर्पदंश जैसे आपातकालीन विषयों पर हुआ व्याख्यान

सीएमई सत्र में टॉक्सिकोलॉजी और सर्पदंश जैसे गंभीर आपातकालीन विषयों पर व्याख्यान हुआ, जबकि Snake Bite Life Support एवं Basic Life Support पर चिकित्सकों, रेजीडेंट्स और नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण प्रदान किया।

प्रो. अब्बास ने बताया कि सर्पदंश एक बड़ा वैश्विक स्वास्थ्य संकट है। आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में हर वर्ष लगभग 5 करोड़ लोग सर्पदंश का शिकार होते हैं, जिनमें से लगभग 1 लाख को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ता है। इसके अलावा लगभग 4 लाख लोग विकलांगता से ग्रस्त हो जाते हैं। इसकी मुख्य वजह जानकारी का अभाव और सही समय पर इलाज न मिल पाना होता है इसलिए इस वर्ष स्नेक बाइट लाइफ सपोर्ट पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।

क्विज प्रतियोगिता के साथ नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया

इस अवसर पर इमरजेंसी मेडिसिन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ। इस प्रतियोगिता में हिमांशु मित्तल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। साथ ही सर्पदंश जन-जागरूकता पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया, जिसका निर्देशन आयोजन सचिव डा. मुकेश कुमार ने किया। इसमें विवेक कुमार, संध्या देवी, पुष्पा कुमारी, बगदा राम, नेहा मिश्रा, राजकुमार यादव, हिमांशु मित्तल, प्रीती, निधि बेन पटेल, विकास मिश्रा एवं प्रियंका सिंह ने अभिनय किया।
कार्यक्रम का संचालन डा. आशीष कुमार मिश्रा ने किया, जबकि अंत में प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। प्रो. हैदर अब्बास, डा. प्रेमराज सिंह, डा. एहसान सिद्दीकी एवं डा. मुकेश कुमार द्वारा पुरस्कृत किए गए विजेताओं को उनकी सहभागिता के लिए सम्मान दिया गया। डा. सारिक आलम ने सभी उपस्थित लोगों को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। 

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