स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी सुरक्षा : एक साथ दो बड़े पर्वों की चुनौतियां और सुरक्षा की तैयारी

खबर सार :-
यूपी पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी के लिए विशेष सुरक्षा निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने आयोजन स्थलों की सुरक्षा, सीमाओं पर चौकसी, खुफिया निगरानी और सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग पर जोर दिया, ताकि दोनों पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो सकें।

स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी  सुरक्षा : एक साथ दो बड़े पर्वों की चुनौतियां और सुरक्षा की तैयारी
खबर विस्तार : -

स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी  सुरक्षा : साल 2025 का अगस्त के महीने में एक अनोखा त्यौहारों का संगम देखने को मिल रहा है। एक ओर 15 अगस्त को हमारा देश स्वतंत्रता दिवस मनाएगा, वहीं दूसरी ओर 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। रक्षा बंधन अभी कुछ दिन पहले ही बीता है। फिर भी अभी दो बड़े आयोजनों का एक ही समय पर आना, उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती और जिम्मेदारी लेकर आया है। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने और इन पर्वों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए यूपी पुलिस के मुखिया, पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने सभी पुलिसकर्मियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा व्यवस्था

स्वतंत्रता दिवस केवल एक छुट्टी का दिन नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र का गौरव और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन होने वाले महत्वपूर्ण कार्यक्रमों जैसे तिरंगा यात्रा और प्रभात फेरी की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है।

आयोजन स्थलों की सुरक्षाः सभी कार्यक्रम स्थलों की सूची बनाकर उनकी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही एंटी-सैबोटेज चेकिंग करना अनिवार्य है। इसके अलावा, प्रवेश और निकास द्वारों पर विशेष सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, छतों पर निगरानी (रूफ-टॉप ड्यूटी), और यातायात को सुगम बनाने के लिए सुनियोजित ट्रैफिक प्रबंधन की योजना बनाई गई है।

संवेदनशील स्थानों पर चौकसीः भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, एयरपोर्ट, सिनेमाघर, शॉपिंग मॉल, होटल और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इन स्थानों पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को पूरी तरह से ब्रीफ करके ही भेजा जाएगा।

सीमाओं पर कड़ी नजरः राज्य और जिलों की सीमाओं पर लगातार प्रभावी चेकिंग की जाएगी। सभी चेकपोस्ट और बैरियर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा गया है। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों को पूरी तरह से चालू रखा जाएगा।

हवाई निगरानी पर प्रतिबंधः माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, पैराग्लाइडर, हैंगग्लाइडर और ड्रोन जैसे मानव रहित विमानों की उड़ानों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। नियमों के उल्लंघन पर इनकी उड़ान को तुरंत प्रतिबंधित किया जाएगा।

खुफिया तंत्र की सक्रियताः जनपदीय खुफिया तंत्र और सोशल मीडिया सेल को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। प्रतिबंधित या आतंकवादी संगठनों से जुड़ी हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अवैध गतिविधियों पर लगामः अवैध हथियारों, शराब और विस्फोटक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए स्थायी और अस्थायी चेकपोस्ट लगाकर आकस्मिक चेकिंग की जाएगी। इसके अलावा, रिहायशी इलाकों में किरायेदारों का सत्यापन अभियान भी चलाया जाएगा।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सुरक्षा व्यवस्था

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व है, जिसे पूरे प्रदेश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पुलिस ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 

आयोजनों की सूची और सुरक्षाः जन्माष्टमी से संबंधित सभी आयोजनों, पंडालों, मंदिरों और जुलूसों की सूची बनाई जा रही है। श्रद्धालुओं की संभावित संख्या के अनुसार सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की योजना तैयार की जाएगी।

पुरानी परंपराओं का सम्मानः हर थाने में मौजूद त्यौहार रजिस्टर और रजिस्टर नंबर-8 का अध्ययन किया जाएगा ताकि किसी भी नई परंपरा की अनुमति न दी जाए। असामाजिक और सांप्रदायिक तत्वों की सूची को अपडेट करके उनके खिलाफ जरूरत पड़ने पर निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।

जनप्रतिनिधियों और आयोजकों के साथ समन्वयः जन्माष्टमी कार्यक्रमों के आयोजकों, धर्मगुरुओं और शांति समितियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों में स्थानीय मजिस्ट्रेट और अन्य सरकारी विभागों के अधिकारी भी शामिल होंगे ताकि आयोजकों की समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके।

विवादित स्थानों पर विशेष ध्यानः जिन स्थानों पर पिछले वर्षों में या हाल ही में जन्माष्टमी से संबंधित कोई विवाद हुआ है, वहां पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी मिलकर स्थिति को सुलझाने की कोशिश करेंगे।

पुलिस लाइन और मंदिरों में सुरक्षाः पुलिस लाइनों और मंदिरों में होने वाले बड़े कार्यक्रमों के लिए भी प्रभावी सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की योजना बनाई गई है, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल होंगे। 

वीडियो और ड्रोन से निगरानीः शोभायात्रा और जुलूसों के दौरान वीडियोग्राफी कराई जाएगी। साथ ही, महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरों की मदद से भी निगरानी की जाएगी। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षाः महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में सादी वर्दी में पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।

दोहरे पर्वों की चुनौती और समाधानः

इस बार स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी के अलावा चेहल्लुम का पर्व भी 14 अगस्त को मनाया जाएगा। इन तीनों आयोजनों के बीच किसी तरह का कोई विवाद न हो, इसके लिए पुलिस ने आयोजकों के साथ बैठकें करके समन्वय स्थापित करने का फैसला किया है।

पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे हर छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लें और तत्काल मौके पर जाकर विवाद को सुलझाने का प्रयास करें। किसी भी सांप्रदायिक तनाव को खत्म करने के लिए सख्त और प्रभावी कदम उठाए जाएं। सोशल मीडिया पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जाएगी, और किसी भी भ्रामक या आपत्तिजनक पोस्ट को तुरंत ब्लॉक करके संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अन्य प्रमुख खबरें