27 अगस्त को होगा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह, किसी को नहीं दी जाएगी मानद उपाधि

खबर सार :-
इस बार 27 अगस्त को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया जाएगा। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस बार भी किसी व्यक्ति विशेष को मानद उपाधि नहीं दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त करने वालों में कई बड़ी हस्तियाँ शामिल हैं।

27 अगस्त को होगा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह, किसी को नहीं दी जाएगी मानद उपाधि
खबर विस्तार : -

झांसीः बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह इस बार 27 अगस्त को होगा। इस बार दीक्षांत समारोह में 36 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, रजत और कांस्य पदक दिए जाएँगे। पिछली बार की तरह इस बार भी किसी को मानद उपाधि नहीं दी जाएगी।

विश्वविद्यालय में इस दीक्षांत समारोह की तैयारियाँ ज़ोर-शोर से चल रही हैं। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त करने वालों में कई बड़ी हस्तियाँ भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया है कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री बी.पी. सिंह को भी मानद उपाधि प्रदान की थी। इनके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल प्रोफेसर ए किदवई, हरियाणा के राज्यपाल बाबू परमानंद, मध्य प्रदेश के राज्यपाल भाई महावीर, झांसी के प्रथम सांसद विनायक रघुनाथ धुलेकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुशीला नायर, यूजीसी के अध्यक्ष रहे हरि प्रताप, लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद, पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद, जापान विश्वविद्यालय के कुलपति दाई साकू इकिता को भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधियों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने कई वैज्ञानिकों को डॉक्टरेट की उपाधि भी प्रदान की है।

मानद उपाधि एक ऐसा सम्मान है जो किसी व्यक्ति विशेष को उसके विशिष्ट कार्य के योगदान के लिए दिया जाता है, यह उसके कार्य को सम्मानित करने का एक तरीका है। यह एक प्रकार का पुरस्कार है जो व्यक्ति को उसके आजीवन किए गए कार्यों की उपलब्धि के लिए दिया जाता है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने पिछली बार 2023 के दीक्षांत समारोह में अहमदाबाद स्थित इसरो के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नितिन देसाई को मानद उपाधि प्रदान की थी। हालाँकि, पिछले वर्ष भी किसी को मानद उपाधि प्रदान नहीं की गई थी। कुलसचिव श्री राज बहादुर जी ने बताया कि इस वर्ष भी किसी को मानद उपाधि प्रदान नहीं की जा रही है।

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