ग्रामीण संस्कृति के संरक्षण का संकल्प: एनटीपीसी रिहंद में सोनदर्पण-2.0 संपन्न

खबर सार :-
एनटीपीसी रिहंद द्वारा आयोजित सोनदर्पण-2.0 ग्रामीण सांस्कृतिक सम्मेलन में नौ विद्यालयों की टीमों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कम्पोजिट विद्यालय जरहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। एनटीपीसी रिहंद ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से ग्रामीण युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।

ग्रामीण संस्कृति के संरक्षण का संकल्प: एनटीपीसी रिहंद में सोनदर्पण-2.0 संपन्न
खबर विस्तार : -

सोनभद्र: ग्रामीण संस्कृति और पारंपरिक कलाओं के संरक्षण के उद्देश्य से आयोजित सोनदर्पण-2.0 ग्रामीण सांस्कृतिक सम्मेलन का समापन शनिवार को एक भव्य समारोह के साथ हुआ। एनटीपीसी रिहंद के कार्यकारी निदेशक एवं परियोजना प्रमुख अनिल श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के समापन पर अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण संस्कृति हमारी असली पहचान है, और इसे संरक्षित रखना आवश्यक है। इस सांस्कृतिक सम्मेलन का आयोजन एनटीपीसी के सीएसआर विभाग द्वारा किया गया था। सम्मेलन का मुख्य विषय था ‘जनजातीय रंग : ग्रामीण उमंग’, जिसमें आसपास के विद्यालयों के बच्चों को अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका दिया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य था न केवल ग्रामीण सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना, बल्कि आने वाली पीढ़ी में कला और संस्कृति के प्रति सम्मान और लगाव पैदा करना। मुख्य अतिथि श्री श्रीवास्तव के आगमन पर कार्यक्रम में भाग लेने वाली बच्चियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत एनटीपीसी गीत और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर कुल नौ विद्यालयों की टीमों ने अपने जीवंत और रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन प्रस्तुतियों को सभी ने खूब सराहा और इन बच्चों की अद्वितीय प्रतिभा को सराहा।

प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे:

 प्रथम स्थान: कम्पोजिट विद्यालय जरहा
 द्वितीय स्थान: कम्पोजिट विद्यालय सिरसोती
 तृतीय स्थान: नेमना विद्यालय
 चौथा स्थान: डोड़हर विद्यालय
 पाँचवाँ स्थान: चारगोड़ा विद्यालय

विजेता टीमों को समारोह में सम्मानित किया गया और सभी प्रतिभागी टीमों को सहभागिता पुरस्कार प्रदान किए गए। श्री श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में सभी प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा कि एनटीपीसी रिहंद भविष्य में भी इस तरह की पहल के माध्यम से ग्रामीण युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहित करता रहेगा। समारोह में मुख्य महाप्रबंधक (ओ एंड एम), महाप्रबंधक अनुरक्षण, एडीएम, महाप्रबंधक चिकित्सा, वर्तिका महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती शिखा श्रीवास्तव, मानव संसाधन प्रमुख, विभिन्न विभागाध्यक्षगण, यूनियन-असोसिएशन प्रतिनिधि, और आसपास के ग्राम प्रधान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखना और उसे अगले पीढ़ी तक पहुँचाना कितनी महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

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