झांसी में बनेगा रेल हेरीटेज म्यूजियम, रेलवे संजोयेगा अपना ₹135 वर्ष पुराना इतिहास

खबर सार :-
झांसी रेलवे स्टेशन की 135 साल पुरानी ऐतिहासिक इमारत को गिराकर नया स्टेशन बनाने की तैयारी है, जिसका विरोध हो रहा है। रेलवे ने विरासत सहेजने के लिए रेल हेरिटेज म्यूज़ियम बनाने का फैसला किया है, जहां स्टीम से वंदे भारत तक रेलवे के विकास, पुराने इंजन, दुर्लभ तस्वीरें और आधुनिक सिम्युलेटर दिखाए जाएंगे।

झांसी में बनेगा रेल हेरीटेज म्यूजियम, रेलवे संजोयेगा अपना ₹135 वर्ष पुराना इतिहास
खबर विस्तार : -

झांसी रेलवे स्टेशन की नींव 135 साल पहले रखी गई थी। झांसी का रेलवे इतिहास शानदार रहा है, और रेलवे स्टेशन की इमारत इसका सबसे अहम प्रतीक है। इस रेलवे स्टेशन ने आज़ादी से पहले का दौर और आज़ादी के बाद देश का विकास भी देखा है।

प्रशासन के फैसले से आमजन नाराज

अब, एक नए स्टेशन के लिए इस ऐतिहासिक इमारत को गिराने की तैयारी चल रही है। इससे शहर में लोगों में काफी गुस्सा है, और विपक्षी पार्टियां इसे बचाने के लिए सिग्नेचर कैंपेन और विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इस इमारत का आर्किटेक्चर साफ तौर पर झांसी किले को दिखाता है, जो इसे शहर की ऐतिहासिक विरासत का एक अहम हिस्सा बनाता है। अब, स्टेशन को नया लुक देने की तैयारी शुरू हो गई है। विभाग नए रेलवे स्टेशन की इमारत की नींव रखने वाला है।

रेलवे अधिकारियों ने अब रेल हेरिटेज म्यूज़ियम बनाकर झांसी के 135 साल पुराने इतिहास को सहेजने का फैसला किया है। यह म्यूज़ियम पैसेंजर शेड और दांडी चौक के बीच बनाया जाएगा। इसके लिए लगभग 22,500 वर्ग मीटर ज़मीन की पहचान की गई है। इसमें झांसी डिवीज़न से जुड़ी चीज़ें रखी जाएंगी, जिन्हें यात्रियों के फायदे के लिए दिखाया जाएगा। रेलवे ने अपने शानदार इतिहास को सहेजने का भी फैसला किया है।

म्यूजियम को बनाया जाएगा बेहद आकर्षक

म्यूज़ियम में, आने वाले लोग कोयले से चलने वाले इंजनों से लेकर सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन तक रेलवे के सफर को देख पाएंगे। डिवीज़न का सबसे पुराना स्टीम इंजन और दूसरे ऐतिहासिक स्टीम इंजन, पहला डीज़ल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव, डिवीज़न का पहला कोच, पुराने इलेक्ट्रिक इंजन, ऐतिहासिक कलाकृतियां, दुर्लभ तस्वीरें, नक्शे, गैजेट्स, रेलवे मैनुअल, पुरानी किताबें, एक 3D स्टीम लोको सिम्युलेटर, एक VR कोच सिम्युलेटर, और रेलवे के काम करने के तरीके को समझाने वाले मॉडल इस म्यूज़ियम के मुख्य आकर्षण होंगे।

डिविज़नल रेलवे मैनेजर ने दी जानकारी

झांसी डिवीज़न के डिविज़नल रेलवे मैनेजर, अनिरुद्ध कुमार कहते हैं कि रेल हेरिटेज म्यूज़ियम आने वाली पीढ़ियों को रेलवे के इतिहास से परिचित कराएगा। स्टेशन में घुसते ही आने वाले लोग रेलवे के इतिहास के बारे में जान पाएंगे। यहां पुरानी जानकारी और नई टेक्नोलॉजी का शानदार मेल देखने को मिलेगा। स्टीम, डीज़ल, और अब इलेक्ट्रिक इंजन रेलवे के धीरे-धीरे हुए विकास को दिखाते हैं। पूरा देश इस म्यूज़ियम में रेलवे विरासत के महत्व को देख और समझ पाएगा। म्यूज़ियम में पुरानी रेलवे घड़ियां, पुराने इंजन की कलाकृतियां, लालटेन, सिग्नल में इस्तेमाल होने वाली पुरानी लाइटें, और दूसरे उपकरण रखे जाएंगे।

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