रामपुर में विधायक समेत अफसरों ने पुलिस लाइन में किया योग

खबर सार :-
11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुलिस लाइन परिसर में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें  नगर विधायक आकाश सक्सेना, नोडल अधिकारी सुभाष चंद्र, जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह के साथ कई अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।

रामपुर में विधायक समेत अफसरों ने पुलिस लाइन में किया योग
खबर विस्तार : -

रामपुर : शहर के पुलिस लाइन परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भव्य योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर विधायक आकाश सक्सेना, जिले के नोडल अधिकारी एवं प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चंद्र शर्मा, जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह, पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्रा एवं मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। योग प्रशिक्षकों द्वारा योग प्रोटोकॉल के अनुसार सामूहिक योगाभ्यास कराया गया। इस अवसर पर विशाखापत्तनम में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। 

नगर विधायक आकाश सक्सेना ने योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 21 जून अब भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए योग दिवस की पहचान बन चुका है। योग भारत की संस्कृति, परंपरा और वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्प ने 21 जून को योग दिवस के रूप में वैश्विक पहचान दिलाई है। कार्यक्रम में उन्होंने योग के वैश्विक महत्व, इसके स्वास्थ्य लाभ और जीवन में संतुलन बनाए रखने में इसकी भूमिका के बारे में जानकारी दी। जिले के नोडल अधिकारी एवं प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग सुभाष चंद्र शर्मा ने भी योग के महत्व के बारे में बताया और कहा कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन को भी शांत और स्थिर बनाता है। उन्होंने सभी की दिनचर्या में योग को शामिल करने पर जोर दिया। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारतीय संस्कृति को विश्व में प्रचारित और प्रसारित करने तथा मानव जाति के कल्याण के लिए इस दिवस के माध्यम से योग को विश्व में पुनः स्थापित किया है। योग स्वयं से जुड़ने का माध्यम है। एलोपैथी सभी बीमारियों का इलाज नहीं है। प्रकृति से जुड़ें और स्वस्थ रहें। इस अवसर पर जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए योग बहुत जरूरी है। योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जो पूरे विश्व को स्वस्थ और समृद्ध जीवन का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि सामान्य जीवन में जब व्यक्ति बीमारियों से घिर जाता है, तो उस पर मानसिक और शारीरिक कष्ट के साथ-साथ आर्थिक बोझ भी बढ़ जाता है। 

योग एक ऐसा माध्यम है, जो न केवल इन बीमारियों से बचाता है, बल्कि व्यक्ति को मानसिक रूप से सशक्त भी बनाता है। योग की शिक्षा बचपन से ही दी जानी चाहिए और यदि इसका नियमित अभ्यास किया जाए तो व्यक्ति जीवन भर स्वस्थ और आत्मनिर्भर रह सकता है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि योग जोड़ने की एक विधा है, इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है। उन्होंने कहा कि योग एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति को स्वयं से जोड़ता है और जीवन के प्रति जागरूक बनाता है। योग दिवस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी, छात्र-छात्राएं और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने सामूहिक योगाभ्यास सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया और विभिन्न योगासनों का अभ्यास किया।

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