खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में किसानों की समस्याओं पर हुई चर्चा

खबर सार :-
खरीफ अभियान-2025 के अंतर्गत अधिक फसल उत्पादन हेतु वाराणसी में आयोजित खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याएं व सुझाव उठाए। किसानों के लिए हो रहे कार्यों पर भी जानकारी दी।

खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में किसानों की समस्याओं पर हुई चर्चा
खबर विस्तार : -

मिर्जापुरः किसानों की फसल उत्पादकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वाराणसी एवं मिर्जापुर मंडल की खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2025 का आयोजन वाराणसी में किया गया। इस दौरान मंडलायुक्त मिर्जापुर मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी ने गोष्ठी में भाग लिया तथा जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने वर्चुअली जुड़कर मंडल एवं जिले के किसानों की समस्याओं से अवगत हुए तथा जिले में किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

आयुक्त ने वाराणसी में उपस्थित शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया कि विंध्याचल मंडल में प्रयोगशाला न होने के कारण किसानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पाद का जैविक प्रमाणीकरण प्राप्त करना काफी कठिन है। उन्होंने कहा कि यदि मंडल में प्रयोगशाला स्थापित हो जाए तो किसान भाइयों को काफी सुविधा होगी। उन्होंने यह भी बताया कि मंडल में केवल मिर्जापुर में ही उर्वरक रैक प्वाइंट है, जनपद सोनभद्र में रैक प्वाइंट स्थापित हो गया है परंतु वह उर्वरक लोडिंग/अनलोडिंग हेतु अभी क्रियाशील नहीं है जबकि भदोही में उर्वरक रैक प्वाइंट स्वीकृत हो गया है परंतु उर्वरक रैक अभी स्थापित नहीं हो सका है जिसके कारण जिले में उर्वरक की आपूर्ति मिर्जापुर, प्रयागराज एवं वाराणसी से होती है। 

उन्होंने जंगली जानवरों से बचाव के लिए किसानों को सोलर फेंसिंग के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिए जाने पर जोर देते हुए मंडल के राजकीय कृषि गोदामों एवं कृषि रक्षा इकाइयों को विद्युत कनेक्शन दिए जाने पर भी बल दिया। उन्होंने जनपद भदोही में 5000 मीट्रिक टन अतिरिक्त गोदाम स्थापित किए जाने की मांग की, वहीं मंडल में औद्यानिक फसलों के भंडारण एवं खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना पर जोर देते हुए कहा कि इससे किसानों को काफी लाभ होगा। इस अवसर पर आयुक्त ने मंडल के तीनों जनपदों की कृषि कार्य प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

इस दौरान अन्न को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसकी खरीद प्रगति, जिलों द्वारा प्राप्त विशेष उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने वर्चुअल माध्यम से गोष्ठी में शामिल होकर बताया कि मिर्जापुर जिले में कुल 12 विकास खंड ऐसे हैं जहां मात्र एक कृषि विज्ञान केंद्र बरकछा से आच्छादित है, किसानों की मांग को देखते हुए जिले में एक अतिरिक्त कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बुंदेलखंड की तरह मिर्जापुर में भी किसानों को बीज पर 80 प्रतिशत सब्सिडी देने की बात कही।

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