झांसी रेल मंडल के 138 स्टेशनों की कराई जाएगी जीआईएस मैपिंग

खबर सार :-
यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए रेलवे अब 138 स्टेशनों को जीआरएस सिस्टम से जोड़ने जा रहा है। जिसमें प्लेटफॉर्म, टिकट काउंटर, शौचालय, पार्किंग व अन्य सुविधाओं का डाटा उपलब्ध कराया जाएगा।

झांसी रेल मंडल के 138 स्टेशनों की कराई जाएगी जीआईएस मैपिंग
खबर विस्तार : -

झांसीः सीनियर डीसीएम अमन वर्मा के अनुसार मंडल के 138 रेलवे स्टेशन जल्द ही जीआरएस सिस्टम से जुड़ जाएंगे। यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी। इससे यात्रियों को ज्यादा सुविधा होगी और स्टेशन की बेहतर तरीके से निगरानी की जा सकेगी। जीआरएस मैपिंग डिजिटल मैप बनाने की एक तकनीक है, जिसमें हर स्टेशन की पूरी जानकारी मैप पर एक लेयर में जोड़ी जाती है। 

रेलवे सबसे पहले स्टेशन की सही लोकेशन, सड़कें, भीड़ और जमीन की संरचना जानने के लिए सैटेलाइट इमेज और ड्रोन का इस्तेमाल करेगा। फिर इसमें प्लेटफॉर्म, टिकट काउंटर, शौचालय, पार्किंग और अन्य सुविधाओं का डेटा जोड़ा जाएगा। स्टेशन के सटीक भौगोलिक निर्देशांक दर्ज किए जाएंगे। इसमें एक खास जीआईएस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा। हर स्टेशन का डेटा डिजिटल मैप पर डाला जाएगा। 

इसमें प्लेटफॉर्म पर भीड़ का स्वरूप, टिकट बिक्री, सीसीटीवी, जीआरपी, आरपीएफ पोस्ट और आपातकालीन निकास, शौचालय, प्रतीक्षालय, वाई-फाई जोन आदि शामिल होंगे। स्टेशन पर विभिन्न प्रकार के सेंसर और अन्य डिवाइस लगाए जाएंगे जो भीड़, ट्रेन की स्थिति या खराबी की सूचना तुरंत जीआईएस सिस्टम को भेजेंगे और एआई और जीआईएस सिस्टम मिलकर उसका विश्लेषण करेंगे और रेलवे कंट्रोल रूम में बड़ी स्क्रीन वाले मोबाइल ऐप आदि पर सभी स्टेशनों का लाइव जीआरएस मैप दिखाई देगा। 

इस तकनीक के आने से रेलवे के लिए प्लेटफॉर्म पर बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करना और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाना काफी आसान हो जाएगा। इसकी मदद से अगर किसी स्टेशन या प्लेटफॉर्म पर ज्यादा भीड़ होती है तो यह वैकल्पिक रास्ता भी बताएगा। इस सिस्टम से यात्रियों को स्टेशन का डिजिटल मैप, टिकट काउंटर, शौचालय, फूड स्टॉल आदि की लोकेशन आसानी से मिल जाएगी और यात्रियों को बेवजह परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस तकनीक के आने के बाद रेलवे और यात्रियों दोनों को काफी आसानी होगी।

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