वाटर टैंकर संचालन की रिपोर्ट से जल जीवन मिशन योजना पर उठ रहे सवाल

खबर सार : -
झांसी जनपद में जल जीवन मिशन योजना में जमकर खेल किया जा रहा है। गर्मी के मौसम में उन गांवों में टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है, जहां पर विभाग द्वारा पहले नल से जल पहुंचाया जा चुका है।

खबर विस्तार : -

झांसीः जनपद में सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के तहत हर नल से जल योजना चलाई जा रही है, जिसमें प्रत्येक गांव और घर तक पाइपलाइन के जरिए शुद्ध पानी पहुंचाया जाना है। जनपद में 1,465 करोड़ रुपए से 613 गांव में पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है, इसमें से 385 गांव में पाइपलाइन से पानी पहुंचाने का दावा किया गया है लेकिन पंचायती राज विभाग की रिपोर्ट ने इस दावे पर सवाल उठा दिए हैं। 

विभाग के अनुसार, जनपद में 16 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है, जबकि इनमें से आधा दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां जल जीवन मिशन के तहत भी पानी पहुंचाया जा रहा है। सकरार बढोनी, बंगरा, कचनेव, डगरिया, रूंद आदि गांवों में हर घर जल योजना से पानी पहुंचाने के बाद भी ग्राम पंचायत द्वारा टैंकर का संचालन किया जा रहा है। सकरार गांव में तो प्रतिदिन 34 से अधिक चक्कर लगाकर टैंकर से जलापूर्ति कराई जा रही है, जबकि यहां 900 घरों में नल के कनेक्शन होने का भी दावा किया जा रहा है। जिले के अन्य गांवों का भी ऐसा ही हाल है। 

गर्मी बढ़ते ही शुरू हो गई किल्लत

पंचायती राज विभाग के अनुसार, गर्मी बढ़ने के कारण समस्याग्रस्त क्षेत्रों में टैंकर से जलापूर्ति कराई जा रही है। अभी 16 गांवों में प्रतिदिन 100 से अधिक चक्कर लगाकर पानी पहुंचाया जा रहा है, इसमें सबसे अधिक सकरार और सगली गांव में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। अधिशासी अभियंता रणविजय सिंह जल निगम का कहना है कि सकरार, कचनेब, सुगौली आदि गांवों में हर घर जल योजना से पानी दिया जा रहा है जबकि अधिकांश घरों में कनेक्शन हैं। यहां टैंकर का संचालन क्यों किया जा रहा है, इसकी जानकारी की जाएगी। अपर जिला पंचायत राज अधिकारी झांसी फूलचंद का कहना है कि जनपद के 16 गांवों में पानी की दिक्कत है इसलिए यहां टैंकर से जलापूर्ति कराई जा रही है। टैंकर ग्राम पंचायत द्वारा चलवाए जाते हैं, जिसकी निगरानी पंचायती राज विभाग द्वारा की जाती है।
 

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