बस हादसाः फिटनेस में लापरवाही पर गोरखपुर के तत्कालीन आरआई निलंबित

खबर सार :-
15 मई को तड़के लखनऊ के किसान पथ पर बिहार के बेगूसराय से दिल्ली के लिए बुक पार्टी यात्रियों को ले जा रही स्लीपर बस में आग लग गई थी। प्रारंभिक जांच में दुर्घटना की वजह इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट पाया गया। मामले में गोरखपुर के तत्कालीन संभागीय निरीक्षक राघव कुमार कुशवाहा (आरआई वर्तमान में बरेली में तैनात) को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

खबर विस्तार : -

लखनऊ: बिहार से दिल्ली जा रही बस संख्या यूपी 17 एटी 6372 में गुरूवार तड़के लखनऊ के किसान पथ पर आग लगने की घटना में 5 यात्रियों की मौत और 13 अन्य यात्री घायल हुए थे। प्रारंभिक जांच में बस की फिटनेस जांच में लापरवाही पाई गई। मामले में गोरखपुर के तत्कालीन संभागीय निरीक्षक (आरआई, वर्तमान में बरेली में तैनात) राघव कुमार कुशवाहा को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

15 मई को तड़के लखनऊ के किसान पथ पर बिहार के बेगूसराय से दिल्ली के लिए बुक पार्टी यात्रियों को ले जा रही स्लीपर बस में आग लग गई थी। प्रारंभिक जांच में दुर्घटना की वजह इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट पाया गया। मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पाया गया कि उक्त वाहन का फिटनेस प्रमाणपत्र 8 अप्रैल 2024 को एनीव्हेयर फिटनेस प्रणाली यानि फार्म 38ए के तहत बिना आए और सिर्फ फोटो के आधार पर गोरखपुर से जारी कर दिया गया।

जांच में पाया गया कि बस में एआइएस-119 के मानकों के अनुसार न तो सीट का ले आउट था और न ही आपात निकास द्वार ही था। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए और नियमों की घोर अवहेलना पाते हुए आरआई को निलंबित किया गया है। उक्त मामले में विभागीय जांच भी शुरू की गई है। वाराणसी के संभागीय परिवहन अधिकारी शिखर ओझा को जांच सौंपी गई है।

वह तीन माह के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। परिवहन विभाग की ओर से एनीव्हेयर व्यवस्था के तहत बीते साल भर में जारी किए गए फिटनेस प्रमाणपत्रों की जांच के लिए उच्चस्तरीय तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) संजय सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। 

सड़क सुरक्षा के 5 ई मॉडल पर फोकस 

परिवहन विभाग ने यूपी में रोड सेफ्टी को लेकर बहुआयामी दृष्टिकोण पर काम करना शुरू कर दिया है। परिवहन विभाग इसमें 5 ई मॉडल Engineering, Enforcement, Education, Emergency Care, और Environment के सभी पक्षों को मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है। रोड सेफ्टी को वैज्ञानिक व संरचनात्मक तरीके से सुधारने के लिए बीते दिनों ही सरकार द्वारा आईआईटी खड़गपुर के साथ एक एमओयू (MOU) किया गया है। इसके तहत आईआईटी खड़गपुर द्वारा यूपी में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों, ब्लैक स्पॉट्स और संरचनात्मक कमियों का विश्लेषण कर स्थायी समाधान प्रस्तुत किया जाएगा। 
 

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