राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश की दमदार उपस्थिति, ADG पद्मजा चौहान को मिला सम्मान

खबर सार :-
राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन : चेन्नई में हुए 11वें राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला अधिकारियों ने शानदार भागीदारी की। ADG पद्मजा चौहान को महिला सुरक्षा अभियानों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश की दमदार उपस्थिति, ADG पद्मजा चौहान को मिला सम्मान
खबर विस्तार : -

राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन दक्षिण भारत के सुप्रसिद्ध शहर व तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 14 और 15 मई को आयोजित 11वें राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन में यूपी पुलिस की महिला अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए यूपी का सम्मान बढाया। बीपीआरएंडडी और तमिलनाडु पुलिस ने मिलकर इस सम्मेलन को आयोजित किया। इसमें उत्तर प्रदेश की सात महिला अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इस टीम का नेतृत्व एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन पद्मजा चौहान ने किया।

आयोजित सम्मेलन में देश के अन्य राज्यों से भी अर्धसैनिक बलों और एजेंसियों की महिला पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया।  राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन के माध्यम से महिलाओं को पुलिसिंग को मुख्यधारा में लाकर उनके नेतृत्व को सशक्त क्षमता को बढ़ाना था और विभिन्न राज्यों की सर्वाेत्तम प्रथाओं को साझा करना था। इस दौरान आईपीएस वृंदा शुक्ला, एसपी डब्ल्यूसीएसओ  1090 ने “महिला सशक्तिकरण हेतु विचार एवं दृष्टिकोण” विषय पर उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली मॉडल पर प्रस्तुति दी।

उन्होंने मिशन शक्ति, महिला सहायता डेस्क, महिला बीट प्रणाली, और आईटीएसएसओ पोर्टल का उल्लेख किया, जिससे न केवल अपराधों की अच्छा समयबद्ध जांच हुई, बल्कि सजा दिलाने की दर भी यूपी की अन्य राज्यों व राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। इन बदलावों के लिए आईपीएस वृंदा शुक्ला का कहना था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और राजनीतिक इच्छाशक्ति की वजह से यूपी ने यह मुकाम हासिल किया है।

सम्मान और प्रेरणा की घड़ी

एडीजी पद्मजा चौहान को विशेष सम्मान से नवाजा गया। देश भर से 14 सम्मानित महिला अधिकारियों में से एक एडीजी पद्मजा चौहान भी थीं जो यूपी के गर्व का विषय था। एडीजी पद्मजा चौहान को मिशन शक्ति के पाँचवें चरण में महिला बीट सिपाहियों की भूमिका को सशक्त करने, एसिड बिक्री, अश्लील साहित्य जब्ती, अवैध स्पा की जांच, महिला आश्रय गृहों की निगरानी, और जमानत पर छूटे अपराधियों पर निगरानी जैसे अभियानों के लिए सम्मानित किया गया। इससे राज्य में सैकड़ों एफआईआर और रोकथामी की कार्रवाई दर्ज की गईं।

महिला शक्ति को मिली राष्ट्रीय पहचान

सम्मेलन में यह स्पष्ट किया गया कि सुरक्षा ही सशक्तिकरण की पूर्व शर्त है, और इस दिशा में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने कार्यों से एक रोल मॉडल स्थापित किया है। सम्मेलन में यह भी रेखांकित किया गया कि उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहां महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सर्वाधिक है, इसके बाद तमिलनाडु का स्थान आता है।

इससे पहले सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया, जबकि समापन सत्र की अध्यक्षता तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने की। इस आयोजन ने महिला पुलिस बल की न केवल हौसला बढ़ाया गया बल्कि भविष्य की रणनीति को और अधिक प्रभावशाली, ठोस बनाने का मंच भी प्रदान किया। चेन्नई में आयोजित यह सम्मेलन उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला अधिकारियों के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण था। नेतृत्व, नवाचार और जमीनी कार्रवाई के समन्वय ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि इच्छाशक्ति हो, तो महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण सिर्फ नारे नहीं, बल्कि जमीनी सच्चाई बन सकते हैं।

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