ED Action: सोना तस्करी मामले में कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव पर ईडी का एक्शन, करोड़ों की सम्पत्ति जब्त

खबर सार :-
प्रवर्तन निदेशालय ने कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव और उसके सहयोगियों की 34 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्तियां जब्त कर ली हैं। ईडी ने यह कार्रवाई धन शोधन मामले में की है। अभिनेत्री को 3 मार्च 2025 को डीआरआई ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर 12.56 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम के सोने के बिस्किट के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच में कई अहम सबूत भी मिले हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई है।

ED Action: सोना तस्करी मामले में कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव पर ईडी का एक्शन, करोड़ों की सम्पत्ति जब्त
खबर विस्तार : -

बेंगलुरु: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोना तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कन्नड़ अभिनेत्री हर्षवर्धनी रान्या उर्फ रान्या राव और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने बेंगलुरु और तुमकुर जिले की संपत्तियों सहित 34.12 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें बेंगलुरु के विक्टोरिया लेआउट में एक घर, अर्कावती लेआउट में एक प्लॉट, तुमकुर में औद्योगिक भूमि और अनेकल तालुक में कृषि भूमि शामिल है।

रान्या राव पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत जब्तीकरण की कार्रवाई की गई है। राजस्व खुफिया निदेशालय यानी डीआरआई की शिकायत के आधार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर 7 मार्च, 2025 को ईडी की जांच शुरू हुई। 3 मार्च 2025 को डीआरआई ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर रान्या राव को 12.56 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम 24 कैरेट सोने के साथ गिरफ्तार किया था। उसके घर की तलाशी में 2.67 करोड़ रुपये की नकदी और 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए गए। इसके अलावा, मुंबई एयरपोर्ट पर दो विदेशी नागरिकों को 18.92 करोड़ रुपये मूल्य के 21.28 किलोग्राम तस्करी के सोने के साथ गिरफ्तार किया गया। इनमें एक ओमानी और एक यूएई नागरिक है।

ईडी की जांच में हुआ बड़ा खुलासा

जांच में पता चला कि रान्या राव तरुण कोंडुरु राजू और अन्य के साथ मिलकर एक सुनियोजित तस्करी रैकेट चला रहा था। सोना दुबई, युगांडा और अन्य जगहों से खरीदा जाता था और हवाला के जरिए नकद भुगतान किया जाता था। दुबई में फर्जी दस्तावेजों में सोने का गंतव्य स्विट्जरलैंड या अमेरिका बताया जाता था, जबकि इसे भारत लाया जाता था। तस्करी को आसान बनाने के लिए दोहरे यात्रा दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाता था। तस्करी का सोना कथित तौर पर भारत में ज्वैलर्स को नकद में बेचा गया था और आय को हवाला चैनलों के माध्यम से विदेश भेजा गया था और फिर से तस्करी के लिए इस्तेमाल किया गया था।

रान्या की भूमिका से जुड़े अनेकों सबूत

प्रवर्तन निदेशालय की जांच टीम को रान्या राव के मोबाइल और डिजिटल उपकरणों जैसे चालान, निर्यात दस्तावेज और चैट से तस्करी में उसकी सक्रिय भूमिका साबित करने के लिए ढेरों सबूत मिले हैं। हालांकि, रान्या ने बयान में सोने और संपत्तियों के बारे में जानकारी से इनकार किया, लेकिन ईडी को मिले दस्तावेजों ने उसके दावों का खंडन किया। जांच में अपराध की कुल आय 55.62 करोड़ रुपये आंकी गई, जिसमें से 34.12 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई। जांच में यह भी पता चला कि रान्या को हवाई अड्डे पर कुछ लोक सेवकों ने मदद की थी, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। ईडी अब शेष आय को बरामद करने और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान करने में लगी हुई है।

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