1000 एआई कैमरों से होती है संदिग्धों की पहचान

खबर सार :-
अपर नगर आयुक्त ने बताया कि रूम में 1000 एआई सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग की जाती हैं। जिले को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के लिए 19 प्रमुख चौराहों पर संयुक्त टीमें सक्रिय हैं।

खबर विस्तार : -

लखनऊ, जिले को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के लिए 19 प्रमुख चौराहों पर संयुक्त टीमें सक्रिय हैं। शहर के इन चौराहों पर कई दिनों से अभियान चलाया जा रहा है। इसको अधिक प्रभावी बनाने की कवायद शहर के कई अधिकारी कर रहे हैं। साथ ही भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित करने वालोंं पर उचित कार्रवाई के लिए स्मार्ट सिटी के सेफ सिटी कंट्रोल रूम की मदद ली जा रही है। स्मार्ट सिटी स्थित आईटीएमएस एवं सेफ सिटी कंट्रोल रूम की कार्य क्षमता को आज जिलाधिकारी विशाखजी ने भी करीब से देखा। उन्होंने अपर नगर आयुक्त ललित कुमार से कंट्रोल रूम के सीसीटीवी फीड की जानकारी ली।

इस कंट्रोल रूम का इस्तेमाल 19 चौराहों पर बाल भिक्षावृत्ति रोकने में किया जाता है। जो लोग इस कृत्य को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, उनको भी यहीं से ट्रैस किया जाता है। जिलाधिकारी ने इसे और मजबूत बनाने के लिए कहा है, क्योंकि शहर में बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। सेफ सिटी कंट्रोल रूम के बारे में अपर नगर आयुक्त ने बताया कि रूम में 1000 एआई सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग की जाती हैं। इनसे फेशियल रिकग्निशन सिस्टम और वीडियो एनालिटिक्स डिटेक्शन सिस्टम के द्वारा संदिग्ध को ट्रेस किया जाता है।

अज्ञात के विरूद्व रिपोर्ट दर्ज

दरअसल भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित करने वाले कुछ संदिग्धों की पहचान हुई है। इनको ट्रैस करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। सेफ सिटी इंचार्ज को निर्देशित किया गया है की सुल्तानपुर रोड, रायबरेली रोड, इंजीनियरिंग कॉलेज, टेढ़ी पुलिया, सीतापुर रोड जैसे आउटर एरिया में रोज मॉनिटरिंग की जाए। मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया की सेफ सिटी कंट्रोल रूम मे प्रोबेशन विभाग की टीम की तैनात करें। मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार, 19 मई को बंगला बाजार के पकरी के पुल के पास भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों व महिलाओ का संयुक्त टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया। इस मामले में आशियाना थाने में आरती और अवधराम व अन्य अज्ञात के विरूद्व रिपोर्ट दर्ज करायी गयी। 
 

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