ऑपरेशन सिंदूर पर दिखी 'सस्ती सियासत' और 'असल रंगत' भी

खबर सार : -
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारी चोट दी है। अब वह भारत पर आतंकी हमला करने से पहले दस बार सोचेगा। हालांकि, युद्ध काल जैसी स्थिति के दौरान विपक्षी नेताओं व कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स की तुच्छ राजनीति ने सभी को हैरान किया और वह अपनी हरकतों के लिए ट्रोल भी हुए।

खबर विस्तार : -

अमित कुमार झा

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ। दो दर्जन से अधिक पर्यटकों ने जान गंवाई। इसने देश और दुनिया को झकझोर दिया। आतंक के इस वीभत्स चेहरे, क्रूरता को देखने के बाद पूरा देश गुस्से में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश के सद्भाव को तोड़ने की घटना बताई। कहा भी कि दोषियों को कड़ा सबक मिलेगा। इसके बाद भारतीय सेना को पूरी छूट मिली। छह-सात मई को ऑपरेशन ’सिंदूर’ शुरू हुआ। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला हुआ। अंततः दोनों देश सीजफायर पर 10 मई को तैयार हुए। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह भी कह दिया है कि हमारी सेनाएं अब भी अलर्ट हैं। अब पाकिस्तान के साथ अब टेरेरिज्म पर ही बात होगी। टेरर और टॉक एक साथ नहीं चल सकते। 
इधर, इतने महत्वपूर्ण पलों के बीच भी देश में सस्ती सियासत देखने को मिलती रही। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी, अजय राय, चरणजीत सिंह चन्नी, आप नेता मनीष सिसोदिया सहित कुछ अन्य ने अनर्गल बयानबाजी की। सबूत भी मांगे। आतंकी हमले के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। आतंकियों के खिलाफ तुरंत एक्शन नहीं लेने की भी बात कही फिर जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ तो इसे रोके जाने की भी बात कही। नो टू वार (युद्ध को ना) के राग अलापे जाने लगे। कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सरकार की चेतावनी के बावजूद ऐसा कुछ देखने को मिला, जिसे बेहद सस्ता आचरण कहा गया। गायिका नेहा सिंह राठौर सहित कई अन्य ने जो रवैया दिखाया, उसके लिए उन्हें खूब ट्रोल भी किया गया। मतलब कुछ लोगों का असल चेहरा भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सामने आया।

जोर-आजमाइश के बीच शांति की बात

जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ और बड़ी संख्या में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमले होने लगे तो कुछ राजनेताओं और दूसरे शख्सियत ने इसे रोके जाने की भी इच्छा जताई। ये ज्ञान तभी बघारे जा रहे थे, जब भारतीय सेना पाकिस्तान को जवाब देने में जबरदस्त तरीके से लगी थी। एक मोहतरमा ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी मुख्यालय के ढेर में बदलने के तत्काल बाद आई और कहने लगीं कि दोनों तरफ आम लोग मारे जा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिल्कुल पाकिस्तानी सरकार का वर्जन भी यही था जबकि भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की थी। सीजफायर का ऐलान होते ही इस गैंग ने अपना गेयर चेंज किया। अब इन्हें 1971 जैसा बदला चाहिए। इसमें कोई शक नहीं कि 1971 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांट दिया लेकिन क्या वो परिस्थितियां अब हैं ? मुजीबुर्रहमान की पार्टी को जीत के बाद सत्ता हासिल नहीं हुई थी। पूर्वी पाकिस्तान के बंगाली जीत कर भी सत्ता से दूर थे। गृह युद्ध छिड़ा था। पाकिस्तान की आंतरिक परिस्थितियां और पूर्वी तथा पश्चिमी पाकिस्तान की भौगोलिक दूरी बांग्लादेश के सृजन का आधार था। 

हां, ट्रंप के द्वारा सीजफायर पर की गई घोषणा से मन खट्टा हुआ था लेकिन तत्काल भारत सरकार ने इसका खंडन भी किया। स्पष्ट किया कि किसी के कहने पर सीजफायर नहीं हुआ। बाकायदा पाकिस्तान के डीजीएमओ ने कॉल किया, पाकिस्तान अपने न्यूक्लियर सेंटर के पास हुए धमाके से डरा हुआ था। वैसे भी अब पीएम ने स्पष्ट किया है कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद और पीओके पर ही बात होगी, वह भी बिना मध्यस्थता के। इन सब तस्वीरों के बीच कांग्रेस सांसद चन्नी अपनी रंगत बदलते दिखे। भारतीय सेना के पाकिस्तान के खिलाफ लॉन्च किए गए ’ऑपरेशन सिंदूर’ पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने रिएक्शन देते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “भारत माता की जय, हमें गर्व है देश की सेना पर।“ इससे पहले चरणजीत सिंह चन्नी अपने उस विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए थे, जिसमें उन्होंने सरकार से 2019 की एयर स्ट्राइक के सबूत मांग लिए थे। उन्होंने दावा किया था कि न तो पाकिस्तान और न भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक का कोई सबूत दिया है। उनका कहना था कि बिना सबूत के कैसे मान लें कि स्ट्राइक हुई भी है ?

अजय राय के भी बदल गए सुर

ऑपरेशन सिंदूर के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के सुर भी बदल गए थे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना का जमकर बखान उन्होंने किया है। अजय राय ने कहा कि जिस राफेल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नींबू-मिर्च बांधकर खड़ा कर रखा था, अब उस राफेल ने कार्रवाई की है। सेना पूरी तरह से आगे बढ़कर काम कर रही है। पहले उन्होंने हमले का जवाब देने में देरी का आरोप लगाया था। उन्होंने राफेल विमान का डमी मॉडल लेकर उस पर नींबू-मिर्च बांधकर तंज कसा था। अब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने सेना की तारीफ की और कहा कि देश को उन पर गर्व है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में पूरा देश सरकार के साथ है। गौरतलब है कि दो दिन पहले अजय राय का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह हाथ में राफेल का डमी मॉडल लिए हुए थे और उस पर नींबू-मिर्च लटका हुआ था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पत्रकारों ने अजय राय से नींबू-मिर्च को लेकर सवाल पूछा। जवाब में अजय राय ने कहा था कि जिस राफेल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नींबू-मिर्च बांधकर खड़ा कर रखा था, अब उस राफेल ने कार्रवाई की है। सेना पूरी तरह से आगे बढ़कर काम कर रही है।

आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया तो सीजफायर पर मोदी सरकार पर हमलावर दिखे। कहा कि आतंकी देश पाकिस्तान के हाथ जोड़ने भर से मोदी जी सीज़फायर के लिए मान गए ? हमारी बहनों ने भी पाकिस्तानी आतंकियों के आगे हाथ जोड़े थे कि हमारा सिंदूर मत उजाड़ो, वो तो नहीं माने थे ? कांग्रेस नेता और पूर्व एमएलसी एचआर श्रीनाथ ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को उनके बयान को लेकर घेरा था। एचआर श्रीनाथ ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के “युद्ध नहीं चाहिए“ वाले बयान का विरोध किया था। श्रीनाथ ने कहा कि “युद्ध नहीं चाहिए“ कहना मुख्यमंत्री का निजी बयान है, न कि कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक स्टैंड। उन्होंने मांग की कि अगर सिद्धारमैया इस तरह का निजी बयान देना चाहते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और फिर व्यक्तिगत तौर पर अपनी राय रखनी चाहिए। मुख्यमंत्री के गैर-जिम्मेदाराना बयान से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हुआ है। श्रीनाथ ने तीखा हमला करते यह भी कहा था कि उन्हें मुझे लगता है कि सिद्धारमैया को मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है। सिद्धारमैया के बयान से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। एच.आर. श्रीनाथ ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के प्रधानमंत्री के साथ है और अगर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ा जाता है, तो आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता है। दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पूर्व में कहा था कि वह पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर ’सुरक्षा चूक’ को लेकर चिंता जताई थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया था। सीएम सिद्धारमैया ने कहा था, “इस घटना में सुरक्षा में चूक हुई है। हम युद्ध नहीं चाहते। कश्मीर में सुरक्षा उपायों को कड़ा किया जाना चाहिए।“ हालांकि, 11 मई को सिद्धारमैया ने अपने “युद्ध की जरूरत नहीं“ वाले बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि युद्ध अपरिहार्य है और पाकिस्तान के साथ संघर्ष होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने यह नहीं कहा कि युद्ध नहीं होना चाहिए, मैंने कहा कि तत्काल युद्ध न हो। युद्ध अब अनिवार्य हो गया है और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सुरक्षा व्यवस्था केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। 

शरद पवार के स्टैंड की हुई तारीफ

ऑपरेशन सिंदूर के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के साथ खड़े होने और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। हालांकि, एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना का अभियान एक संवेदनशील और गंभीर मुद्दा है। ऐसे मुद्दों की चर्चा संसद में संभव नहीं। राष्ट्रीय हित में जानकारी को गोपनीय रखना जरूरी है। सीजफायर के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि अगर अमेरिका श्रेय लेना चाहता है तो ले ले। हालांकि, हमारे नजरिए से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान ने हमसे अनुरोध किया था। हम तुरंत युद्धविराम के लिए राजी हो गए, क्योंकि आतंक पर चोट करने का हमारा लक्ष्य प्राप्त हो गया था और हम कभी भी लंबे समय तक चलने वाले युद्ध के पक्ष में नहीं थे।

नेहा और रणवीर रहे निशाने पर

हालिया समय में नेहा सिंह राठौर का परिचय एक गायिका के तौर पर सामने आता रहा है। खासकर किसान, रोजगार, शिक्षा और अन्य विषयों पर फोकस करते वे अपने अलग अंदाज से गायिकी करते सुर्खियां बटोरती रही हैं, पर पहलगाम प्रकरण और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके अंदाज को लेकर सवाल भी खुब हुए। नेहा सिंह राठौर ने अपने तंजभरे गानों के जरिए सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने यूपी सरकार पर व्यंग्य करते हुए गाना ’यूपी में का बा’ बनाया था, जो कि खूब वायरल हुआ था। अब नेहा ऑपरेशन सिंदूर पर गाना लेकर आई हैं। इस गाने का टाइटल है ’चौकीदार कायर बा’। इसे लेकर नया विवाद शुरू है। इससे पहले नेहा ने पहलगाम अटैक को भाजपा का बिहार चुनाव के लिए प्रोपगेंडा बताया था फिर पाकस्तान से बदला मांगा। बदला शुरू हुआ तो शुरुआत चुप रही।

जब भारतीय सेना पाकस्तान की हालत खराब करने लगी, तब अब युद्ध नहीं का नारा लगाकर शांति मांगने लगी। अब जब सीजफायर हो गया है तो ये गा रही है “चौकीदार कायर बा“। लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी हरकत को लेकर सवाल भी किए। समझ नहीं आ रहा ये चाहती क्या हैं ? वैसे नेहा राठौर के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने, राष्ट्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप उन पर लगाया गया है। लखनऊ के रहने वाले कवि अभय प्रताप सिंह उर्फ अभय सिंह निर्भीक ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल के मुताबिक, वादी ने तहरीर में आरोप लगाया है कि नेहा सिंह राठौर ने आपत्तिजनक पोस्ट किया। नेहा ने ऐसा करके राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने, धर्म जाति के आधार पर एक दूसरे समुदाय के विरुद्ध अपराध किया है। सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए नेहा सिंह राठौर ने आपसी सौहार्द बिगाड़ने और शांति व्यवस्था को भंग करने के लिए देश विरोधी बातें की हैं। नेहा सिंह राठौर के इस प्रकार के बयान पाकिस्तान में खूब वायरल हो रहे हैं और पाकिस्तान में नेहा सिंह राठौर की तारीफ हो रही है। नेहा सिंह राठौर के सभी देश विरोधी बयान को पाकिस्तान का मीडिया उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। इस संवेदनशील स्थिति में भी नेहा सिंह राठौर लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रही हैं। इस वजह से देश के कवि समाज के साथ-साथ पूरे देश के मान और सम्मान का हनन हो रहा है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। जल्द ही इस मामले में नेहा सिंह राठौर को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

रणवीर अल्लाहबादिया भी हुए ट्रोल

सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद यूट्यूबर रणवीर अल्लाहाबादिया के सुर भी बदले हैं। वे अब पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बनने की बात कह रहे हैं। रणवीर ने एक पोस्ट किया था जिसमें पाकिस्तानियों को भाई और बहन कहकर संबोधित किया था। इस पर जब उनसे सवाल हुआ कि उन्होंने यह पोस्ट क्यों हटाई ? इस पर जवाब देते हुए अल्लाहबादिया ने जवाब दिया था कि उन्होंने इसे इसलिए हटाया क्योंकि पाकिस्तान ने अभी-अभी सीजफायर तोड़ा था और हमें एक और कारण दिया कि हम अब पाकिस्तानियों पर फिर से भरोसा न करें। यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने केवल पाकिस्तानियों की कार्रवाई का प्रतिशोध लिया। हम आतंकवाद से लड़ रहे हैं और पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यात करता है। पाकिस्तान दुनिया का आतंकवादी केंद्र बन गया है। पाकिस्तानियों को भाई-बहन कहकर माफी मांगने के बाद अब रणवीर अल्लाहबादिया का नया वीडियो देखने के बाद यूजर्स का कहना है कि उन्होंने अपनी पिछली गलतियों पर पर्दा डालने के लिए शो में देश का पक्ष रखा है। वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- ’रणवीर इलाहाबादिया जैसे लोग अवसरवादी, सत्ता के भूखे, ब्रांड के प्रति जुनूनी और हर एल्गोरिदम और असुरक्षित आत्मा को जीतने के लिए आध्यात्मिक-सॉफ्टबॉय पोशाक में छिपे रहने की पाठ्यपुस्तक परिभाषा हैं।’

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