कांग्रेस को ले डुबेगा सेना और सरकार पर बेतुका बयान और पोस्टर

Photo of writer Hari Hari Mangal
एक तरफ सेना और सरकार को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए देशवासियों की ओर से बधाई और शुभकामनाएं मिल रही हैं, अभिनंदन समारोह आयोजित किए जा रहे हैं, तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस अपने पुराने चरित्र के अनुसार एक बार फिर सेना और सरकार पर तरह-तरह के बेबुनियाद सवाल उठाकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रही है। कांग्रेस और भाजपा के बीच अब पाकिस्तान को जोड़कर पोस्टर वार शुरू हो गया है जिसमें एक-दूसरे पर तीखे कटाक्ष किए जा रहे हैं। दुर्भाग्य से कांग्रेस इसमें प्रधानमंत्री को शामिल करके उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस को ले डुबेगा सेना और सरकार पर बेतुका बयान और पोस्टर

पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिये चलाये गये ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी राष्ट्रीय हित की सूचनायें सेना और विदेश मंत्रालय की ओर से प्रतिदिन पत्रकार वार्ता आयोजित करके आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। डायरेक्टर जनरल आफ मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) द्वारा भी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी तरह सफल बताया गया। शायद यह पहला अवसर था जब इस प्रकार की व्यवस्था सेना और सरकार द्वारा की गई है। 

कांग्रेस के बेतुके सवाल

ऑपरेशन सिंदूर के समय सारे विपक्षी दल, जिसमें कांग्रेस भी शामिल थी, ने देशवासियों के सामने सेना और सरकार की प्रंशसा करके खूब वाहवाही लूटी लेकिन ऑपरेशन स्थगित होते ही कांग्रेस ने एक बार फिर ऑपरेशन बालाकोट वाला अपना चेहरा देश को दिखाया। बालाकोट एयर स्ट्राइक का सबूत मांगने वाले राहुल गांधी इस बार भी ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सवाल पूछने में आगे चल रहे है। उनके द्वारा सेना और सरकार से पूछा जा रहा है कि भारत कोे कितने विमानों का नुकसान हुआ ? राहुल गांधी बार बार यह सवाल उठा रहे है कि इस ऑपरेशन में भारतीय वायु सेना को कितने विमानों का नुकसान हुआ है। यद्यपि तमाम लोगों को याद होगा कि यह सवाल सेना की ओर से की गई ब्रीफिंग में भी स्पष्ट रुप से उठाया गया था और सेना की ओर से उसका जबाब भी उसी समय दे दिया गया था लेकिन राहुल गांधी सेना के उस बयान से अंजान बन कर अपने सवाल उठा रहें है जिससे भाजपा सहित तमाम लोग बिचलित हैं। 

पोस्टर वार अब तक क्या क्या

राहुल गांधी की ओछी हरकत के बाद भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर राहुल गांधी के कारनामों को सांकेतिक रुप में प्रदर्शित करते हुये दो पोस्टर जारी किये गये। एक पोस्टर में उनका चेहरा पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ जोड़ा गया है। यद्यपि उसमें मुनीर का नाम नहीं लिखा गया है।  उसमें लिखा गया है कि ’’चैकाने वाली बात यह है कि राहुल गांधी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर प्रधानमंत्री को बधाई नहीं दी। इसके बजाय वे बार बार पूछ रहे हैं कि हमने कितने एयरक्राफ्ट गवां दिये जबकि इसका जबाब सेना पहले ही दे चुकी है। दूसरे पोस्टर में मालवीय ने राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से करते हुये उन्हें देश के भीतर पाकिस्तानी एजेंट बताया।’’ पोस्टर में राहुल गांधी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पीठ पर चढ कर भारतीय सीमा में झाकते हुये दिखाया गया है। वह पूछ रहे हैं कि ’’ हमने कितने एयरक्राफ्ट खोये ?’’  इसके नीचे शहबाज शरीफ कहते हुये दिख रहें हैं कि ’’तेज आवाज में पूछो।

भाजपा की ओर जारी इस पोस्टर की प्रतिक्रिया में कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता पवन खेडा ने पोस्टर जारी करते हुये विदेशमंत्री जयशंकर को नये दौर का जयचंद करार दिया। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री के साथ जयशंकर किसी से बात करते हुये कह रहे है कि “स्टे सेफ होम’’ और प्रधानमंत्री कह रहे है ’’स्पीक लाउडली। ’’ उल्लेखनीय है कि विदेशमंत्री ने साफ तौर बताया है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बता दिया कि हमारा ऑपरेशन आतंकवादियों के विरुद्ध है पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध नहीं। डीजीएमओ द्वारा 7 मई को प्रातः 1.30 बजे नौ आतंकी ठिकानों पर हमले के बाद पाक के डीजीएमओ स्तर के अधिकारी को सूचना दी गई। इसी बात को लेकर कांग्रेस विदेशमंत्री पर हमलावर है। राहुल गांधी लगातार विदेशमंत्री को टारगेट कर रहे है। बिहार कांग्रेस की ओर से जारी एक पोस्टर में प्रधानमंत्री पर सीधा हमला किया गया है। पोस्टर में प्रधानमंत्री के आधे चेहरे के साथ पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का आधा चेहरा  जोडा़ गया है। पोस्टर में लिखा है कि ’’एक बिरयानी देश पर भारी।’’ पोस्टर का कटाक्ष उस विवाद से है जब मोदी पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुयेे थे। प्रधानमंत्री पर कांग्रेस ने आगे हमला जारी करते हुये एक और पोस्टर जारी किया जिसमें ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी एक फोटो में प्रधानमंत्री मोदी को कैमरे के सामने फोटो खिचवाते हुये दिखाया गया है और कैप्सन में लिखा गया है ’’ कैमरामैन ...... इधर फोकस करो ।’’ आशय है कि प्रधानमंत्री केवल फोटो खिचवाने में रुचि रखते है धरातल के निर्णयों से उनका सरोकार नहीं है।

कांग्रेसी चरित्र पर उठते सवाल    
 

पोस्टर वार में देश के प्रधानमंत्री को घसीटने और  उनकी मर्यादा पर कीचड़ उछालने के प्रयास को कांग्रेस भले ही अपनी जीत माने लेकिन सच यह है कि इससे कांग्रेस का दोगला चरित्र ही उजागर हो रहा हैं। अभी पहलगाम हमले के बाद भी कांग्रेस ने प्रधानमंत्री का एक ’’गायब’’ शीर्षक से पोस्टर जारी किया था जिसमें प्रधानमंत्री की बिना सिर वाली तस्वीर ’’सर तन से जुदा’’ ट्वीट की गई थी। कंाग्रेस का यह पोस्टर पाकिस्तान के एक आतंकी संगठन ’गजवा एल हिंद’ की ओर से जारी उस पोस्टर की नकल थी जिसमें भारतीयों के आराध्य की सिर कटी फोटो जारी की गई थी। इस फोटो पर भी लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा था कि प्रधानमंत्री की ’सर तन से जुदा’ फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करना कांग्रेस का कैसा शौक है? पाकिस्तान की वाह वाही लूटने के लिये देश से गद्दारी करने में उनको शर्म नहीं आती है।  कांग्रेस की नीतियों को नजदीक से जानने वालों का कहना है कि कि जब भी आतंकवाद का मामला आता है,एकता अखंडता की बात आती है अथवा देश की सुरक्षा के मामले पर कांग्रेस घिरती है तो वह सरकार और देश के साथ खड़ी होती दिखायी पड़ती है जैसा इस बार ऑपरेशन सिंदूर के समय हुआ लेकिन जैसे वह बाहर निकल पाती है वह अपने पुराने चरित्र पर लौट आती है।  

अपनी पार्टी में घिरे राहुल

राहुल गांधी अपने बेतुके बयानों के कारण पार्टी में अपनी भद्द पिटवा रहे है। अमेरिका के कहने पर सीज फायर किये जाने को मुद्दा बना कर हल्ला मचा रहे राहुल को कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने ही करारा जबाब दिया है। खुर्शीद ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कोई मध्यस्तता नहीं हुई, जो कुछ हुआ है वह दो देशों के बीच हुआ है। उनके शब्दों में ’’कोई मध्यस्थता नहीं हुई, जो कुछ हुआ वह भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ।’’ खुर्शीद का कहना है कि जो कुछ भी हुआ वह दो देशों के बीच हुआ, जब मामला बढा तो यह हमारे दो देशों के बीच था। जब यह खत्म हुआ तो दोनों देशों के बीच हुआ। इसकी शुरुआत पाक के डीजीएमओ ने करते हुये कहा कि इसे खत्म कर देना चाहिये हमने कहा कि अगर वे तैयार है तो ऐसा किया जाना चाहिये।
    फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर के दृष्टिगत राहुल गांधी के बेतुके बयानों और पार्टी के नेताओं की ओर जारी हो रहे पोस्टर ने कांग्रेस के दोगले चरित्र को बेनकाब किया है। सच यह है कि इस ऑपरेशन ने सेना और सरकार को ऐसी ऊचाई पर पहुंचा दिया है जिस पर फेका जाने वाला कीचड़ फेकने वाले पर ही गिर रहा है भले ही कांग्रेस को इसका आभास अभी नहीं हो रहा है। 
 

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