India vs South Africa 2nd Test : पसलियों की चोट के कारण रबाडा दूसरे टेस्ट से भी बाहर

खबर सार :-
India vs South Africa 2nd Test : कागिसो रबाडा पसली की चोट से उबर नहीं पाए हैं और उन्हें भारत के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट तथा पूरी व्हाइट-बॉल सीरीज़ से बाहर कर दिया गया है। वे शुरुआती रिहैब टीम के साथ शुरू करेंगे और फिर स्वदेश लौट जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका अब तेज़ गेंदबाज़ी संयोजन को नए सिरे से संतुलित करेगा।

India vs South Africa 2nd Test : पसलियों की चोट के कारण रबाडा दूसरे टेस्ट से भी बाहर
खबर विस्तार : -

India vs South Africa 2nd Test : दक्षिण अफ्रीका को एक और बड़ा झटका लगा है। टीम के सबसे अनुभवी और प्रभावशाली तेज़ गेंदबाज़ कागिसो रबाडा भारत के खिलाफ गुवाहाटी में शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से भी बाहर हो गए हैं। कोलकाता टेस्ट से पहले ट्रेनिंग के दौरान उनकी पसली की हड्डी पर तनाव (रिब बोन स्ट्रेस) की चोट लगी थी। माना जा रहा है कि उन्हें चोट से उभरने में उम्मीद से ज्यादा समय लग रहा है।

India vs South Africa 2nd Test : भारत दौरे में बिना खेले वापस लौटेंगे रबाडा

क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने शुक्रवार सुबह जारी बयान में बताया कि रबाडा की चोट पर लगातार नजर रखी जा रही है, लेकिन प्रभावित हिस्से में लगातार दर्द बना रहने के कारण उन्हें शेष दौरे से बाहर रखने का फैसला लिया गया है। वे टीम के साथ गुवाहाटी तक रहेंगे, लेकिन इसके तुरंत बाद घर लौट जाएंगे। इसी के साथ यह भी तय हो गया है कि रबाडा भारत की व्हाइट बॉल सीरीज़ में भी नहीं खेल पाएंगे, क्योंकि उन्हें चार सप्ताह की रिहैब प्रक्रिया से गुजरना होगा। मिली जानकारी के अनुसार, चोट लगने के बाद से रबाडा एक भी गेंद नहीं फेंक पाए हैं। उन्होंने कोलकाता में अभ्यास सत्र छोड़ दिया था और गुवाहाटी पहुंचने के बाद भी नेट्स में भाग नहीं ले सके। ऐसे में टीम मैनेजमेंट और मेडिकल यूनिट ने उन्हें जोखिम में न डालते हुए आराम देने का फैसला लिया है।

India vs South Africa 2nd Test : मेहमान टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण होगा कमजोर 

पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की जीत में स्पिनर साइमन हार्मर ने आठ विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई थी, जबकि केशव महाराज ने भी दूसरी स्पिन विकल्प के रूप में टीम के संतुलन को बनाए रखा है। तेज गेंदबाज़ी में मार्काे जैनसन ने नेतृत्व संभाला था  लेकिन वियान मुल्डर और कॉरबिन बॉश का प्रभाव सीमित रहा। मुल्डर का पूरे टेस्ट में सिर्फ पांच ओवर फेंकना टीम की चिंता बढ़ाता है, वहीं बॉश ने एकमात्र विकेट पंत का लिया और बल्ले से 25 रन का योगदान दिया। अब सवाल यह है कि दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका तेज़ आक्रमण को कैसे संतुलित करेगा। टीम के पास लुंगी एनगिडी एकमात्र अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ के रूप में उपलब्ध हैं। रबाडा की गैरमौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका की बॉलिंग यूनिट पर अतिरिक्त दबाव पड़ना तय है।
 

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