Happy Birthday R. Ashwin: नये गेंदबाजों के लिए प्रेरणा है इस महान गेंदबाज का करियर

खबर सार :-
रविचंद्रन अश्विन, भारतीय क्रिकेट के महान स्पिनर, ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। 500 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले अश्विन ने भारत को कई ऐतिहासिक टेस्ट जीत दिलाई, और उनके अद्वितीय गेंदबाजी कौशल ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक अविस्मरणीय स्थान दिलाया।

Happy Birthday R. Ashwin: नये गेंदबाजों के लिए प्रेरणा है इस महान गेंदबाज का करियर
खबर विस्तार : -

Happy Birthday R. Ashwin : 1986 में जन्मे रविचंद्रन अश्विन की स्पिन लेती गेंदों ने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी। ऑफ स्पिन में माहिर अश्विन ने न केवल पांच दिवसीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि आईपीएल में भी कड़ी मेहनत और जबरदस्त प्रदर्शन कर लाखों क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता। उन्होंने भारतीय टीम में अपनी जगह 2011 में हरभजन सिंह की जगह वनडे में बनाई और फिर टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित किया।

Happy Birthday R. Ashwin : पहली ही टेस्ट सीरीज में 22 विकेट और एक शतक

अश्विन का करियर शुरुआत में ही बहुत ही शानदार रहा था, जब उन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू पर ही नौ विकेट लेकर भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक नया मुकाम स्थापित किया। यह उनकी पहली टेस्ट सीरीज थी, जिसमें उन्होंने 22 विकेट झटके और एक शतक भी जड़ा। उन्होंने भारत के मुख्य स्पिनर के तौर पर खुद को स्थापित किया और दुनिया भर में अपनी गेंदबाजी का लोहा मंवाया।

उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी गेंदबाजी में संघर्ष किया, लेकिन 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने दो टेस्ट मैचों में कुल 18 विकेट झटके। 2013 में चेन्नई टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 103 रन पर 7 विकेट लिए, और दो साल बाद नागपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 66 रन देकर 7 विकेट लेकर इस आंकड़े को बेहतर किया।

Happy Birthday R. Ashwin : एक टेस्ट मैच में सात विकेट लेने और शतक बनाने की अनूठी उपलब्धि

2015 में, अश्विन ने श्रीलंका में 21 विकेट लेकर भारत को ऐतिहासिक टेस्ट श्रृंखला जीत दिलाई। इसके बाद 2016 के वेस्टइंडीज दौरे में उन्होंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए दो टेस्ट शतक बनाए। एंटीगुआ में, उन्होंने जैक ग्रेगरी और इयान बॉथम के बाद तीसरे खिलाड़ी के रूप में एक टेस्ट मैच में सात विकेट लेने और शतक बनाने की अनूठी उपलब्धि प्राप्त की।

अगले सीज़न में उनकी गेंदबाजी और भी प्रभावशाली रही। उन्होंने 14 घरेलू टेस्ट मैचों में 25.28 की औसत से 82 विकेट लिए। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में अश्विन ने 500 टेस्ट विकेट का आंकड़ा पार किया, और जब उन्होंने उसी वर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, तो वे 537 विकेटों के साथ अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए।
 

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