Anderson Tendulkar Trophy : एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से टेस्ट सीरीजः दिग्गजों का रिकॉर्ड और एक ऐतिहासिक निर्णय

खबर सार :-
Anderson Tendulkar Trophy : इस नई ट्रॉफी का अनावरण क्रिकेट की दो महान हस्तियां, सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन, डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर करेंगे। डब्ल्यूटीसी का फाइनल 11 जून से शुरू होने वाला है।

Anderson Tendulkar Trophy : एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से टेस्ट सीरीजः दिग्गजों का रिकॉर्ड और एक ऐतिहासिक निर्णय
खबर विस्तार : -

Anderson Tendulkar Trophy : क्रिकेट जगत से एक बड़ी और ऐतिहासिक खबर सामने आई है। भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू हो रही पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से खेली जाएगी। यह महत्वपूर्ण निर्णय आगामी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मिलकर लिया है।

लॉर्ड्स में होगा ऐतिहासिक अनावरण

इस नई ट्रॉफी का अनावरण क्रिकेट की दो महान हस्तियां, सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन, डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर करेंगे। डब्ल्यूटीसी का फाइनल 11 जून से शुरू होने वाला है।
अभी तक की बात की जाए तो भारत और इंग्लैंड अलग-अलग ट्रॉफियों के लिए खेलते थे। इंग्लैंड में आगामी सीरीज पटौदी ट्रॉफी के नाम से जानी जाती थी। पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर यह सीरीज इंग्लैण्ड में खेली जाती थी, वहीं जब इंग्लैण्ड और भारत की सीरीज भारत में होती थी तो इस सीरीज को एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के नाम से खेला जाता था।, जिसका नाम भारतीय क्रिकेट प्रशासन के संस्थापकों में से एक के नाम पर था। अब इन दोनों ट्रॉफियों की जगह एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने ले ली है जो दोनों देशों के सबसे बड़े खिलाड़ियों को समर्पित होगी।

सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसनः रिकॉर्ड्स पर एक नज़र

इस साल टेस्ट सीरीज को भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के महानतम तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नाम पर रखा गया है। इन दोनों महान खिलाड़ियों का टेस्ट रिकॉर्ड कैसा रहा है-
 
सचिन तेंदुलकरः 

टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने साल 1989 से 2013 के बीच टेस्ट फॉर्मेट खेला। इस दौरान 200 टेस्ट मैचों में उन्होंने 15,921 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ, मास्टर-ब्लास्टर ने 32 टेस्ट खेले, जिसमें सात शतक और 13 अर्धशतक के साथ कुल 2,535 रन बनाए। इंग्लैंड की सरजमीं पर उनका प्रदर्शन तो और भी प्रभावशाली रहा, जहां उन्होंने 17 टेस्ट में 1575 रन जड़े, जिसमें चार शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं।
 
जेम्स एंडरसन :   

2003 से 2024 तक, एंडरसन ने 704 विकेट लेकर खुद को इस प्रारूप में सबसे सफल तेज गेंदबाज के रूप में स्थापित किया। उल्लेखनीय रूप से, भारत के खिलाफ अपने मैचों में, एंडरसन ने 39 टेस्ट में 149 शिकार किए, जिसमें एक पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लेने के छह उदाहरण शामिल हैं।  भारतीय सरजमीं पर उनके प्रदर्शन की बात करें, तो एंडरसन ने यहां 17 टेस्ट में 44 विकेट हासिल किए।

यह नई ट्रॉफी दोनों देशों के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ेगी और इन दोनों महान खिलाड़ियों के योगदान को हमेशा के लिए अमर कर देगी।

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