GST reforms Impact: मदर डेयरी ने दूध, पनीर और घी की कीमतें घटाई, नई कीमतें 22 सितंबर से होंगी लागू

खबर सार :-
मदर डेयरी ने 22 सितंबर से दूध, पनीर, घी और मक्खन की कीमतों में 2 से 30 रुपये तक की कटौती की घोषणा की है। यह कीमतों में कटौती जीएसटी में 100 प्रतिशत राहत का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इससे ग्राहकों को सस्ती दरों पर उत्पाद मिलेंगे, और साथ ही किसानों की आमदनी में भी सुधार होगा।

GST reforms Impact: मदर डेयरी ने दूध, पनीर और घी की कीमतें घटाई, नई कीमतें 22 सितंबर से होंगी लागू
खबर विस्तार : -

नई दिल्‍लीः केंद्र सरकार की ओर से वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी में कटौती के बाद से ही दूध के बने प्रोडक्ट की कीमतों में कटौती की अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन अब मदर डेयरी ने जनता की आशाओं को फलीभूत करने का निर्णय लिया है। मदर डेयरी जीएसटी में 100 फीसदी कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को देगी। इसीलिए अब अपने उत्पादों की कीमतों में 2 रुपये से लेकर 30 रुपये तक की कटौती करने का ऐलान किया है। ये नई कीमतें 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी।

दूध से बने इन उत्पादों की कीमतें होंगी कम

मदर डेयरी ने मंगलवार को रोजमर्रा की जरूरतों वाले उत्पादों जैसे टोन्ड मिल्क, बटर, घी, पनीर और प्रीमियम गाय के घी की कीमतों में कटौती का ऐलान किया है। कीमतों में कटौती के बाद एक लीटर टोंड यूएचटी टेट्रा पैक दूध की कीमत 77 रुपये प्रति लीटर से घटकर 75 रुपये हो जाएगी, जबकि 450 एमएल वाला पैक अब 33 रुपये के बजाय 32 रुपये में मिलेगा। फ्लेवर्ड मिल्कशेक के 180 एमएल पैक की कीमत भी 30 रुपये से घटकर 28 रुपये हो जाएगी।

पनीर के दामों में भी कटौती

मदर डेयरी ने पनीर के दामों में भी कटौती की है। अब 200 ग्राम वाला पनीर 95 रुपये की जगह 92 रुपये में और 400 ग्राम वाला पनीर का पैकेट 180 रुपये की जगह 174 रुपये में मिलेगा। इसी तरह मलाई पनीर का 200 ग्राम पैक भी 100 रुपये से घटकर 97 रुपये में बिकेगा। इसी तरह घी और मक्खन के दामों में भी राहत दी गई है। अब 500 ग्राम वाला मक्खन 305 रुपये के बजाय 285 रुपये में और 1 लीटर घी का कार्टन पैक 675 रुपये की बजाय 645 रुपये में मिलेगा।

उपभोक्ताओं को मिलेगी सीधी राहत

मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती उपभोक्ताओं के लिए सीधी राहत है। उन्‍होंने कहा कि हम सरकार के जीएसटी के लाभ को बिना किसी देरी के ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं। इससे पैक्ड फूड्स की खपत बढ़ेगी, किसानों की आमदनी में सुधार होगा और पूरी सप्लाई चेन को मजबूती मिलेगी।

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