Market Analysis:टैरिफ, महंगाई, FII और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगा बाजार का रुझान

खबर सार :-
भारतीय बाजार की दिशा अगले सप्ताह टैरिफ, महंगाई, एफआईआई गतिविधियों और वैश्विक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को इन तत्वों पर नजर बनाए रखनी होगी और तकनीकी स्तरों के आधार पर सतर्क रहना चाहिए।

Market Analysis:टैरिफ, महंगाई, FII और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगा बाजार का रुझान
खबर विस्तार : -

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता महत्वपूर्ण रहने वाला है। बाजार के रुझान का निर्धारण टैरिफ, महंगाई, एफआईआई और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों पर आधारित होगा। सरकार 12 सितंबर को खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी करने वाली है। जुलाई में महंगाई दर 1.55 प्रतिशत रही थी, जो यह दर्शाता है कि वस्तुओं की कीमतों में कितनी तेजी से इजाफा हो रहा है। यह आंकड़ा भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत को परिभाषित करेगा और बाजार के रुझान को प्रभावित करेगा। अगर महंगाई दर बढ़ती है तो इसका नकारात्मक असर हो सकता है क्योंकि इससे ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना रहती है।

अमेरिका के टैरिफ फैसले: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर साइन किया है, जिसके तहत औद्योगिक निर्यात पर समझौते करने वाले व्यापारिक साझेदारों को टैरिफ छूट मिलेगी। यह छूट 14 सितंबर से लागू होगी, और इसमें निकल, सोना, फार्मास्युटिकल कंपाउंड और केमिकल जैसी प्रमुख सामग्रियां शामिल हैं। इससे वैश्विक व्यापार पर सकारात्मक असर पड़ सकता है और भारतीय बाजार पर भी प्रभाव देखने को मिल सकता है।

वैश्विक आंकड़े: अगले हफ्ते अमेरिकी महंगाई, जॉबलेस क्लेम और अन्य आर्थिक आंकड़े जारी होने वाले हैं। इन आंकड़ों का वैश्विक बाजार पर असर देखने को मिल सकता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार भी प्रभावित हो सकता है। अगर अमेरिकी आंकड़े कमजोर आए तो अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति में बदलाव की उम्मीदें बढ़ सकती हैं, जो भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव ला सकता है।

भारतीय बाजार की स्थिति: पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक रहा। निफ्टी ने 314.15 अंक (1.29 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 24,741 का स्तर छुआ, जबकि सेंसेक्स ने 901.11 अंक (1.13 प्रतिशत) की तेजी के साथ 80,710.76 पर बंद हुआ।

उद्योग और सेक्टरों में रुझान: 1-5 सितंबर तक के कारोबारी सत्र में निफ्टी ऑटो (5.45 प्रतिशत), निफ्टी मेटल (5.75 प्रतिशत), निफ्टी एनर्जी (1.96 प्रतिशत), निफ्टी पीएसयू बैंक (1.47 प्रतिशत), निफ्टी कमोडिटी (2.52 प्रतिशत) और निफ्टी कंजप्शन (2.58 प्रतिशत) टॉप गेनर्स रहे। हालांकि, निफ्टी आईटी इंडेक्स (1.55 प्रतिशत) में गिरावट आई। इससे यह संकेत मिलता है कि बाजार में कुछ बदलाव हो सकता है और निवेशकों को ध्यानपूर्वक रणनीति बनानी चाहिए।

विदेशी और घरेलू निवेशकों का रुझान: विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने बीते हफ्ते 5,666.90 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 13,444.09 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह दर्शाता है कि घरेलू निवेशक भारतीय बाजार में अधिक आशावादी नजर आ रहे हैं, जबकि विदेशी निवेशकों ने कुछ सतर्कता दिखाई है।

टेक्निकल आउटलुक: एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च प्रमुख सुदीप शाह का कहना है कि पिछले हफ्ते निफ्टी में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। निफ्टी के लिए प्रमुख रुकावट का स्तर 24,950-25,000 रहेगा, जबकि सपोर्ट 24,550-24,500 पर रहेगा। यह संकेत देता है कि अगले हफ्ते बाजार में कुछ गति बनी रह सकती है, लेकिन सतर्कता बनाए रखना जरूरी है।

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