Covid-19 Hazard: दुनिया को फिर से डरा रहा कोविड, सिंगापुर-थाइलैंड में स्थिति भयावह

खबर सार :-
दुनिया के कई देशों में कोविड का नया वैरिएंट लोगों को अपना शिकार बना रहा है। सिंगापुर, हांगकांग, थाइलैंड और भारत समेत कई देशों में कोविड संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। इसलिए संक्रमण प्रभावित देशों में कोविड से बचाव की कोशिशें तेज हो गई हैं। सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। टीकाकरण की सलाह दी गई है।

Covid-19 Hazard: दुनिया को फिर से डरा रहा कोविड, सिंगापुर-थाइलैंड में स्थिति भयावह
खबर विस्तार : -


नई दिल्लीः दुनिया के 215 देशों और प्रांतों में वर्ष 2020 में कोविड संक्रमण तबाही मचा चुका है। डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी सूचना के अनुसार, सितंबर 2020 तक दुनिया भर में 9 लाख 5 हजार से अधिक मौतें हो चुकी थी। इसके साथ ही 2 करोड़ 79 लाख से अधिक पुष्ट मामले पाए गए थे। तब कोरोना के मामलों में मृत्यु दर 3.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी। अब एक बार फिर से कोविड संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हांगकांग, सिंगापुर, थाइलैंड और भारत में कोविड के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सिंगापुर में कोविड-19 के मामलों में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यहां कोविड-19 के कुल अनुमानित केस 14,200 हो गये हैं। इसलिए वर्ष 2020 के दौरान जिन देशों में कोविड का संक्रमण फैला था, वहां की सरकारें और एजेंसियां दोबारा से अलर्ट हो गई हैं।

सिंगापुर में कोविड के मामलों में 28 फीसदी का इजाफा

कोरोना वायरस से वर्तमान में सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में सिंगापुर का नाम सबसे ऊपर है। यहां कोविड-19 के मामलों में 28 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। संक्रमण का फैलाव होने की वजह से हालात काफी बिगड़ चुके हैं, इसलिए सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। यहां कोविड  के कुल अनुमानित केसों की संख्या 14,200 तक पहुंच गई है। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार 5 मई से 11 मई के बीच सिंगापुर में 25,900 नए केस सामने आए हैं। इसलिए अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का प्रतिदिन का औसत 250 हो गया है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि 15-20 दिनों में संक्रमण अपने चरम पर पहुंच सकता है। सिंगापुर की सरकार और स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों की इम्युनिटी पावर कम हो गई है। इसलिए बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू करने की अपील की है। अब संक्रमण से बचने के लिए जनता को बूस्टर डोज लेना होगा।

बुजुर्गों में तेजी से फैल रहा संक्रमण

हांगकांग में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां के स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में जहां पॉजिटिविटी रेट 1.7 प्रतिशत था, वह अब बढ़कर 11.4 प्रतिशत हो गया है। अब तक 81 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें संक्रमण से होने वाली मौतों का प्रतिशत अभी 40 प्रतिशत से नीचे हैं, लेकिन स्थिति भयावह बनी हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार संक्रमण के कारण मरने वालों में सबसे अधिक बुजुर्ग हैं। चिकित्सकों का कहना है कि कोविड-19 अब एक स्थानीय बीमारी की तरह व्यवहार कर रहा है, जो समय-समय पर किसी न किसी नए वैरिएंट के रूप में सामने आता रहेगा। इस बार वायरस का रूप थोड़ा बदला हुआ है, जो कि पहले के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है। इसी प्रकार थाईलैंड में भी स्थिति बिगड़ने लगी है। यहां बैंकॉक कोविड संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है। थाईलैंड के रोग नियंत्रण विभाग के अनुसार, पिछले सप्ताह 33,030 नए मामले दर्ज किए गए थे। बैंकॉक में सर्वाधिक 6,000 के मिले हैं। इनमें से 1,918 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कोविड के मामले अब 30 से 39 साल की उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा मिल रहे हैं, जो पहले अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाते थे। 

दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में कम खतरा

भारत में कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या हांगकांग और थाइलैंड के मुकाबले काफी कम है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोविड संक्रमण का जो भी ट्रेंड दिख रहा है, वह चिंताजनक है। ऐसे में अगर उचित समय पर सरकार की ओर से संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो यहां भी स्थिति गंभीर हो सकती है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोविड के बचाव के लिए कराए गए टीकाकरण का प्रभाव अब कम होने लगा है।  ऐसे में बूस्टर डोज की आवश्यकता एक बार फिर बढ़ गई है। जनता लापरवाह भी हो गई है, वह संक्रमण से बचाव के मामलों में ढिलाई बरत रही है, जो कि खतरनाक है।

कोरोना के इस वैरिएंट की चपेट में आ रहे लोग

सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ताजा रिसर्च से पता चला है कि इस बार कोविड के दो नए वैरिएंट LF.7 और NB.1.8 सामने आए हैं। ये दोनों ही वैरिएंट 2024 में सामने आए JN.1 वैरिएंट के ही फैमिली से हैं। JN.1 वैरिएंट के आधार पर ही कोविड वैक्सीन बनाई गई थी। प्रमाणित नर्सिंग सहायक यानी सीएनए के अनुसार ये नए वैरिएंट्स तेजी से फैलते हैं और पहले से बनी इम्युनिटी को भी चकमा देने में माहिर हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो बुजुर्गों या 65 साल से ऊपर के लोगों, कमजोर इम्युनिटी वाले पेशेंट्स में तेजी से संक्रमण फैलता है। यह संक्रमण मौसमी बदलाव, सामाजिक मेलजोल और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के दौरान भी तेजी से फैलता है। थाईलैंड में, ओमिक्रॉन के एक स्ट्रेन, XEC वैरिएंट के कारण कोविड से संक्रमित होने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है।

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