Delhi Artificial Rain: दमघोंटू दिल्ली में सांस लेना हुआ दुश्वार, राजधानी के इन इलाकों में आज होगी कृत्रिम बारिश

खबर सार :-
Delhi Artificial Rain: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पिछले एक हफ्ते से गंभीर स्तर पर बना हुआ है। ऐसे में कृत्रिम वर्षा के ज़रिए इसे कम करने की तैयारी चल रही है। प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने के लिए क्लाउड सीडिंग की तैयारी चल रही है।

Delhi Artificial Rain: दमघोंटू दिल्ली में सांस लेना हुआ दुश्वार, राजधानी के इन इलाकों में आज होगी कृत्रिम बारिश
खबर विस्तार : -

Delhi Artificial Rain : राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद से लगातार आठ दिनों से वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। सर्दी बढ़ने के साथ हवा और जहरीली होने की आशंका है। इस बीच, वायु प्रदूषण कम करने के लिए मंगलवार को दिल्ली में क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) की जा सकती है। इसका उद्देश्य कृत्रिम बारिश के जरिए वायु प्रदूषकों को कम करना है, जिससे दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार होगा।

 कानपुर से क्लाउड सीडिंग विमान भेरगा उड़ान 

मौसम विभाग के अनुसार, अगर दृश्यता अच्छी रही तो कानपुर से क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding ) विमान उड़ान भरेगा। इससे पहले, बुराड़ी और खेड़ा के बीच क्लाउड सीडिंग की एक परीक्षण उड़ान भरी गई थी, जहां तकनीकी टीमों ने मौसम की स्थिति का आकलन किया था। यह उड़ान सफल बताई जा रही है और अब वास्तविक प्रयोग की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यानी उत्तरी दिल्ली और बाहरी दिल्ली के इलाकों में कृत्रिम बारिश कराने की कोशिश की जाएगी। सरकार को उम्मीद है कि इस तरीके से प्रदूषण कम होगा। हालांकि, अगर कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) का परीक्षण सफल रहा, तो प्रदूषण बढ़ने पर यह तरीका अपनाया जाएगा।

28 और 29 अक्टूबर को होगी कृत्रिम बारिश

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में बताया कि विशेषज्ञों ने गुरुवार को बुराड़ी इलाके में कृत्रिम बारिश का परीक्षण किया। दिल्ली सरकार ने कुछ दिनों पहले संकेत दिया था कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो 28 और 29 अक्टूबर को कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल तकनीकी रूप से ऐतिहासिक है, बल्कि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण स्थापित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

 सरकार का लक्ष्य राजधानी की हवा को स्वच्छ और संतुलित पर्यावरण बनाए रखना है। सरकार के अनुसार, ये प्रयास केवल वर्तमान तक सीमित नहीं रहेंगे; भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। यह क्लाउड सीडिंग प्रयोग भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के सहयोग से किया जा रहा है।

खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI

गौरतलब है कि वायु प्रदूषण ने एक बार फिर राजधानी और आसपास के इलाकों का दम घोंट दिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह और शाम बाहर जाने से बचने, मास्क पहनने और घर के अंदर की वायु गुणवत्ता बनाए रखने की सलाह दी है। अगर आज मौसम ने साथ दिया, तो दिल्ली में कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) का यह पहला सफल प्रयास साबित हो सकता है और प्रदूषण से जूझ रही राजधानी को भी कुछ राहत मिलेगी।

अन्य प्रमुख खबरें