सामाजिक सेवा व धार्मिक आयोजनों के साथ मनाया गया पूर्व महापौर का जन्मदिवस

खबर सार :-
अयोध्या के पूर्व मेयर और श्री परमहंस शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय के मैनेजर ऋषिकेश उपाध्याय का जन्मदिन समाज सेवा और धार्मिक भावना के साथ मनाया गया। इस मौके पर शहर में कई सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

सामाजिक सेवा व धार्मिक आयोजनों के साथ मनाया गया पूर्व महापौर का जन्मदिवस
खबर विस्तार : -

अयोध्याः रामनगरी के पूर्व महापौर एवं श्री परमहंस शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रबंधक ऋषिकेश उपाध्याय का जन्मदिवस इस वर्ष सामाजिक सरोकार, सेवा भाव और धार्मिक आस्था के साथ मनाया गया। जन्मदिवस के अवसर पर शहर के विभिन्न स्थानों पर सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य जरूरतमंदों की सेवा करना और समाज में सकारात्मक संदेश देना रहा।

विशेष कार्यक्रम का हुआ आयोजन

जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मणिपर्वत क्षेत्र स्थित वृद्धा आश्रम में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील कुमार तिवारी के नेतृत्व में वृद्धजनों के बीच मिष्ठान वितरण किया गया। आश्रम में रह रहे बुजुर्गों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा कार्य बताया। इस अवसर पर वृद्धजनों के चेहरों पर खुशी और आत्मीयता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

इसके बाद पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने अपने परिवारजनों के साथ निःशुल्क संस्कृत विद्यालय में अध्ययनरत बटुकों, संतों, महंतों एवं आचार्यों को भोजन प्रसाद ग्रहण कराया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल पहचान सेवा, संस्कार और संस्कृत से जुड़ी हुई है। ऐसे आयोजनों से समाज में आपसी सौहार्द बढ़ता है और आध्यात्मिक शांति की अनुभूति होती है।

लोगों ने की उत्तम स्वास्थ्य की कामना

जन्मदिवस से पूर्व ऋषिकेश उपाध्याय ने रामनगरी अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन कर नगर की सुख-समृद्धि, शांति और जनकल्याण की कामना की। प्रातः उनके विद्याकुण्ड स्थित आवास पर संत-महंतों, भाजपा कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों तथा प्रबुद्ध नागरिकों का आगमन होता रहा। सभी ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं और उनके दीर्घायु एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के सामाजिक, शैक्षिक और नगर विकास के क्षेत्र में किए गए योगदान की सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि इस प्रकार के सेवा और धार्मिक आयोजनों से समाज को सकारात्मक दिशा मिलती है और नई पीढ़ी को भी सेवा भाव से जुड़ने की प्रेरणा मिलती है।

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