PM Modi Mann Ki Baat : शुभांशु शुक्ला से लेकर ओमप्रकाश की तारीफ तक, पीएम मोदी के 'मन की बात' की खास बातें

खबर सार :-
PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 21वीं सदी के भारत में विज्ञान नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले ही हमारे छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय रसायन विज्ञान ओलंपियाड में पदक जीते हैं। देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी ने देश का नाम रोशन किया।

PM Modi Mann Ki Baat : शुभांशु शुक्ला से लेकर ओमप्रकाश की तारीफ तक, पीएम मोदी के 'मन की बात' की खास बातें
खबर विस्तार : -

PM Modi Mann Ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में विभिन्न क्षेत्रों में देश और देशवासियों की सफलताओं और उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने अपने कार्यक्रम में खेल, विज्ञान, संस्कृति और इतिहास में भारतीयों की उपलब्धियों को शामिल किया। उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, बिहार के नालंदा जिले के नवीन कुमार और झारखंड के ओमप्रकाश साहू की भी तारीफ की।

PM Modi Mann Ki Baat : शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा का ज़िक्र

रेडियो पर प्रसारित 'मन की बात' के 124वें एपिसोड में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ हफ़्तों में देश में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटी हैं, जिन पर हर भारतीय को गर्व है। शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सकुशल वापसी से पूरा देश खुशी से भर गया है। प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि कैसे अगस्त 2023 में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग ने देश में एक नया माहौल बनाया। इस घटना ने बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति नई जिज्ञासा पैदा करने में मदद की है।

PM Modi ने  बताया कि भारत में अंतरिक्ष स्टार्टअप्स की संख्या 50 से बढ़कर 200 से ज़्यादा हो गई है। यह दर्शाता है कि देश में अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को कितना बढ़ावा दिया जा रहा है। अगले महीने 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने देशवासियों से सुझाव मांगे कि वे इसे कैसे मनाना चाहेंगे। उन्होंने छात्रों की उपलब्धियों का भी ज़िक्र किया, जब भारतीय छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय रसायन विज्ञान ओलंपियाड में पदक जीते। देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी जैसे छात्रों ने भारत का नाम रोशन किया। गणित के क्षेत्र में भी भारत ने अपनी पहचान मज़बूत की है, जहाँ हमारे छात्रों ने ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में 3 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते।

प्रधानमंत्री ने यूनेस्को द्वारा 12 मराठा किलों को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दिए जाने की खबर पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने इन किलों के ऐतिहासिक महत्व और उनकी सांस्कृतिक विरासत के बारे में बताया। उन्होंने साल्हेर किला, शिवनेरी, खंडेरी और प्रतापगढ़ जैसे किलों की कहानियां साझा करते हुए कहा कि प्रत्येक किला किसी न किसी ऐतिहासिक घटना का साक्षी है। उन्होंने लोगों से इन किलों को देखने और इनके इतिहास को जानने का आग्रह किया।

PM Modi Mann Ki Baat : अगस्त माह को बताया क्रांति का महीना

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगस्त का महीना क्रांति का महीना है, जिसमें लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि और गांधीजी के नेतृत्व में 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरुआत जैसी कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं। उन्होंने देशवासियों से स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाने की अपील की ताकि देशवासी उन लोगों को याद कर सकें जिन्होंने विभाजन का दर्द झेला।

 स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस का किया ज़िक्र 

उन्होंने विशेष रूप से स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस का ज़िक्र किया, जिन्होंने मात्र 18 वर्ष की आयु में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा, "11 अगस्त 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में, मात्र 18 वर्ष की आयु में, बोस ने ऐसा साहस दिखाया जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। तब अखबारों ने भी लिखा था - जब खुदीराम बोस फाँसी की ओर बढ़े, तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी।"

पीएम मोदी ने की ओमप्रकाश और नवीन कुमार की तारीफ

प्रधानमंत्री ने झारखंड के गुमला ज़िले में मछली पालन के ज़रिए बदलाव लाने वाले युवा ओम प्रकाश साहू का उदाहरण दिया। ओम प्रकाश साहू ने हिंसा का रास्ता छोड़कर मछली पालन शुरू किया और अपने जैसे कई दोस्तों को भी प्रेरित किया। आज बसिया प्रखंड में 150 से ज़्यादा परिवार मछली पालन से जुड़े हैं। साथ ही बिहार के नालंदा ज़िले के रहने वाले नवीन कुमार का भी ज़िक्र किया, जिनका पूरा परिवार हथकरघा उद्योग से जुड़ा है और अब उनकी नई पीढ़ी इस उद्योग में आधुनिकता का तड़का लगा रही है। वह टेक्सटाइल डिज़ाइनिंग का कोर्स कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन की सफलता की कहानियाँ सुनाईं। उन्होंने कहा कि 11 वर्षों में यह मिशन एक जन आंदोलन बन गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण ने इस भावना को और बढ़ाया है। उन्होंने विभिन्न शहरों में स्वच्छता पहलों पर चर्चा की, जैसे उत्तराखंड के कीर्तिनगर का उदाहरण, जहाँ लोग पहाड़ों में कचरा प्रबंधन की एक नई मिसाल कायम कर रहे हैं।

भोपाल की महिलाओं की 'पॉज़िटिव सोच' दिया उदाहरण

प्रधानमंत्री ने भोपाल की महिला टीम 'पॉज़िटिव सोच' का उदाहरण दिया। ये महिलाएं न सिर्फ़ सफ़ाई करती हैं, बल्कि समाज में सकारात्मकता फैलाने का भी काम करती हैं। उन्होंने गोवा के पणजी शहर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कचरे को 16 श्रेणियों में बांटा जाता है और महिलाएं इसका नेतृत्व कर रही हैं। सावन की फुहारों के बीच प्रधानमंत्री ने सभी को त्योहारों की शुभकामनाएं दीं और कहा कि ये त्योहार हमें प्रकृति से जुड़ने का संदेश देते हैं।
 

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