डिज्नी वर्ल्ड व जुरासिक को टक्कर देगा यूपी का सिरेमिक वेस्ट से बना ये पार्क

खबर सार :-
बुलंदशहर में बना अनोखी दुनिया पार्क डिज्नी वर्ल्ड व जुरासिक को टक्कर देगा। इससे शहर और प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि छह कलाकारों और 120 कारीगरों की टीम ने कई महीनों की कड़ी मेहनत के बाद इस पार्क कि लगभग 100 छोटी-बड़ी अनूठी कलाकृतियाँ तैयार की हैं। इनमें 28 बड़ी कलाकृतियाँ मुख्य आकर्षण हैं। ये कलाकृतियाँ टूटे हुए घड़ों, कपों, केतलियों और अन्य बर्तनों के टुकड़ों से बनाई गई हैं।

डिज्नी वर्ल्ड व जुरासिक को टक्कर देगा यूपी का सिरेमिक वेस्ट से बना ये पार्क
खबर विस्तार : -

लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की लोकल फॉर वोकल नीति से प्रेरित होकर बुलंदशहर में एक अनूठी पहल की गई है। यहाँ "अनोखी दुनिया" नाम का एक पार्क बनाया गया है, जो सिरेमिक कचरे से बना है। यह दुनिया का पहला सिरेमिक कचरे से बना पार्क है जो विश्वस्तरीय डिज़्नी वर्ल्ड और जुरासिक पार्क को टक्कर देगा। इस महीने के अंत तक इस पार्क के पर्यटकों के लिए खुलने की उम्मीद है। पीपीपी मोड पर बने इस पार्क में बच्चों के लिए गेमिंग ज़ोन भी हैं।

विश्व पटल पर मिलेगी अलग पहचान

बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण के वीसी डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि खुर्जा शहर को 'सिरेमिक की राजधानी' कहा जाता है। यहाँ बने विश्वस्तरीय डिज़ाइन, आकार, शैली के बर्तन और उत्पाद देश-विदेश में अपनी अलग पहचान रखते हैं। मुख्यमंत्री योगी की इच्छा के अनुसार, खुर्जा की पारंपरिक विरासत को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाने के लिए यहाँ 'अनोखी दुनिया' नाम से एक सिरेमिक पार्क बनाया गया है। यह पार्क न केवल खुर्जा की कला और शिल्पकला को प्रदर्शित करता है, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से शहर को एक नया मुकाम दिलाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।

वीसी ने बताया कि अनोखी दुनिया नामक इस पार्क का निर्माण पीपीपी मोड पर किया गया है। यह पार्क लगभग 2 एकड़ में फैला है। इस पार्क की खासियत यह है कि यह दुनिया का पहला सिरेमिक वेस्ट पार्क है। उन्होंने बताया कि यहाँ आपको बड़े आकार के कप, केतली, घड़े और कई अन्य कलात्मक नमूने देखने को मिलेंगे, जिन्हें रंग-बिरंगे और आकर्षक तरीके से सजाया गया है। यह पार्क हर आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करने में सक्षम है।

कचरे से कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण

प्राधिकरण के कुलपति डॉ. लाठर ने बताया कि यह पार्क 80 टन सिरेमिक कचरे से तैयार किया गया है, जो 'कचरे से कला' का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। अनोखी दुनिया पार्क का निर्माण पीपीपी मोड पर 5 करोड़ 86 लाख की लागत से किया गया है। यह पार्क सितंबर के अंत तक पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। बागवानी पर आधारित इस पार्क में हरियाली का विशेष ध्यान रखा गया है। पार्क में बच्चों के लिए कई सेल्फी पॉइंट और एक कैफे भी बनाया गया है। पार्क की सुंदरता और रखरखाव के लिए पर्यटकों से शुल्क भी लिया जाएगा। यह शुल्क बहुत कम होगा। यह राशि पार्क के रखरखाव पर खर्च की जाएगी। कुलपति ने कहा कि यह पार्क न केवल कचरे के पुन: उपयोग का एक बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि डबल इंजन सरकार के 'स्वच्छ भारत अभियान' को भी गति देगा।

शहर की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी

उन्होंने कहा कि यह पार्क खुर्जा को पर्यटन के नए मानचित्र पर लाएगा। यहाँ आने वाले पर्यटक स्थानीय बाज़ार से सिरेमिक उत्पाद भी खरीदेंगे, जिसका सीधा लाभ उद्योग जगत को होगा। साथ ही, यह पार्क अन्य शहरों के लिए भी एक आदर्श बनेगा कि कैसे कचरे को कला में बदलकर सतत विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। यह रचनात्मक पार्क खुर्जा की प्रमुख औद्योगिक विरासत को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन को भी नई गति प्रदान करेगा। उम्मीद है कि देश-विदेश से पर्यटक इस पार्क में आएंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और शहर की अर्थव्यवस्था भी मज़बूत होगी।

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