Water Restoration: झील एवं नदियों के पुनरुद्धार का कार्य रखें जारीः डीएम

खबर सार :-
जिले में जिलाधिकारी के नेतृत्व में नदियों एवं झीलों को पुराने स्वरूप में लाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है। इस झील के पुनरुद्धार के उपरांत जल संचयन को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के दौरान पर्याप्त जलापूर्ति संभव हो सकेगी।

Water Restoration: झील एवं नदियों के पुनरुद्धार का कार्य रखें जारीः डीएम
खबर विस्तार : -

 

रामपुरः दुनिया के अनेकों देशों में जल संकट से जनता परेशान है। ऐसे में सरकार जल संरक्षण की दिशा में व्यापक स्तर पर काम कर रही हैं। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार भी जल संरक्षण व संचयन की मुहिम चला रही है। इसी कड़ी में डीएम जोगिंदर सिंह और एसपी विद्यासागर मिश्र तहसील स्वार क्षेत्र के अंतर्गत छपर्रा झील के पुनरुद्धार कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान जो भी खामियां दिखीं, उन्हें दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

किसानों को फसलों की सिंचाई में मिलेगा सहयोग

जिलाधिकारी के निर्देश पर जल संरक्षण अभियान के तहत खंड विकास अधिकारी स्वार द्वारा करीब 400 मीटर झील का पुनरुद्धार कराया गया है। इस झील पर पूर्व में स्थानीय लोगों द्वारा अवैध तरीके से कब्जा किया गया था, जिसे अभियान के दौरान कब्जा मुक्त कराकर पुनरुद्धार कराया गया है। जिले में जिलाधिकारी के नेतृत्व में नदियों एवं झीलों को पुराने स्वरूप में लाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है। इस झील के पुनरुद्धार के उपरांत जल संचयन को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के दौरान पर्याप्त जलापूर्ति संभव हो सकेगी। डीएम ने निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत चिन्हित सभी झील एवं नदियों के पुनरुद्धार का कार्य जारी रखा जाए।

जल स्रोतों के लिए आरक्षित जमीन पर न हो अवैध कब्जा

यह ध्यान रखें कि झील, तालाब अथवा नदियों के लिए आरक्षित जमीन पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने तहसील स्वार क्षेत्र के ग्राम हसनपुर उत्तरी में स्थित नईया नदी के पुनरुद्धार कार्यों का भी निरीक्षण किया। यह नदी उत्तराखण्ड से जनपद में प्रवेश करती है, जो विकास खंड क्षेत्र की 5 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरती है। इस नदी की लम्बाई करीब 14 किलोमीटर है। इस नदी क्षेत्र में भी स्थानीय व्यक्तियों द्वारा पूर्व में अनाधिकृत रूप से कब्जा किया गया था, जिसपर उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी द्वारा राजस्व व विकास विभाग की टीम के साथ मिलकर नदी क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। यहां तालाब की खोदाई का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। नदी के पहुंच मार्ग पर मनरेगा के माध्यम से कार्य कराते हुए मार्ग को सुगम बनाया गया है।

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