व्यापारियों ने कलेक्ट पहुंच कर मंडी समिति के खिलाफ किया प्रदर्शन

खबर सार :-
रामपुर के फल और सब्जी व्यापारियों ने मंडी में अव्यवस्था, छोटी दुकानों, और शेड हटाने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन की मनमानी और हो रहे नुकसान का हवाला देते हुए नगर मजिस्ट्रेट से मंडी में सुविधाओं को बेहतर बनाने, नए शेड लगाने और यातायात की समस्या को हल करने की मांग की।

व्यापारियों ने कलेक्ट पहुंच कर मंडी समिति के खिलाफ किया प्रदर्शन
खबर विस्तार : -

रामपुर: रामपुर के फल और सब्जी व्यापारियों ने आज कृषि उत्पादन मंडी समिति के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने तिलक नगर कॉलोनी से कलेक्ट्रेट तक मार्च किया और नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाओं और व्यापारियों को हो रहे भारी नुकसान का जिक्र किया गया।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी ने इस दौरान मंडी प्रशासन की मनमानी पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि नई फल और सब्जी मंडी में दुकानें बेहद छोटी हैं और उनके आगे बने चबूतरों पर बारिश और धूप से बचाव के लिए कोई शेड नहीं है। जब मंडी को यहाँ स्थानांतरित किया गया था, तब व्यापारियों ने अपने खर्च पर टीन शेड लगवाए थे, लेकिन हाल ही में मंडी प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के जेसीबी से इन शेड्स को ध्वस्त कर दिया।

संदीप अग्रवाल ने कहा, "लाखों रुपये के टीन शेड बर्बाद कर दिए गए और व्यापारियों को लाखों का नुकसान हुआ है।" उन्होंने बताया कि छोटी दुकानों में पूरी गाड़ी का माल उतारना असंभव है और शेड न होने से फल, आलू, प्याज और किसानों की सब्जियां खुले में पड़ी रहती हैं, जिससे वे खराब हो रही हैं।

व्यापारियों ने मांग की कि मंडी समिति जल्द से जल्द दुकानों के चबूतरों पर शेड लगवाए। साथ ही, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मंडी की लगभग 75% खाली जमीन का उपयोग नई दुकानें और पक्के शेड बनाने के लिए किया जाए, ताकि खुले में व्यापार करने वाले किसानों और व्यापारियों को सुविधा मिल सके और उनके माल का नुकसान न हो।

इसके अलावा, व्यापारियों ने मंडी में कई अन्य गंभीर समस्याओं की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि मंडी में तीन गेट होने के बावजूद केवल एक ही गेट चालू है, जिससे यातायात का भारी दबाव रहता है। गल्ला मंडी, सब्जी मंडी और फल मंडी के लिए आने-जाने वाले वाहनों के कारण मुख्य मार्ग पर अक्सर जाम लग जाता है, खासकर जब गेहूं और धान की खरीद होती है। व्यापारियों ने तुरंत दूसरा गेट खोलने की मांग की, ताकि आवागमन सुचारू रूप से चल सके।

पानी की समस्या भी एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आई। व्यापारियों ने बताया कि सब्जी मंडी में लगे हैंडपंप का पानी पीने योग्य नहीं है। उन्होंने स्वच्छ और शीतल जल उपलब्ध कराने और जल निकासी की व्यवस्था को ठीक करने की मांग की। मंडी में जल भराव और गंदगी की समस्या भी गंभीर है, जिसके समाधान के लिए नालियों की सफाई की मांग की गई।

नगर मजिस्ट्रेट ने व्यापारियों की सभी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि इन सभी मुद्दों का समाधान जल्द ही मंडी समिति के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी।

इस विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी के साथ मंडल अध्यक्ष अब्दुल बासिक, प्रदेश मंत्री पप्पू खान, बाबू खान, मोहम्मद रफी, रशीद, दिलशाद अहमद, शाहिद अली, फहीम अहमद, शादाब खान, साहब खान, गोपाल शर्मा, अब्दुल कादिर शराफत सहित सैकड़ों व्यापारी और पदाधिकारी मौजूद थे।

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