Lucknow : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की कानून-व्यवस्था को समयानुकूल, संवेदनशील और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) में दो दिवसीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मेलन ‘पुलिस मंथन–2025’ (Police Manthan 2025) की शुरुआत हुई। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने किया। पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर मुख्यमंत्री को अनुशासित गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और महत्व और बढ़ गया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण (Director General of Police Rajeev Krishna) और अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी रामकृष्ण स्वर्णकार (Additional Director General of Police PAC Ramakrishna Swarnakar) ने मुख्यमंत्री का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। सम्मेलन में प्रदेश के सभी जोन और रेंज से आए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पुलिस आयुक्त, आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारी शामिल हुए।
सम्मेलन के पहले सत्र में महिला अपराध, बाल अपराध और मानव तस्करी जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर वर्तमान चुनौतियों, अपराध की प्रकृति और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन पद्मजा चौहान ने एक विस्तृत प्रस्तुति के माध्यम से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं, अभियानों और उनके प्रभाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार **मिशन शक्ति** के अंतर्गत चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों और सुरक्षा केंद्रों से प्रदेश में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं। मुख्यमंत्री के समक्ष पारिवारिक विघटन, लैंगिक अपराधों की बढ़ती प्रवृत्ति और सामाजिक जागरूकता की भूमिका पर भी गंभीर संवाद हुआ। महिलाओं को न्याय दिलाने की प्रक्रिया को और तेज व संवेदनशील बनाने पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यक्ष ऐप (Yaksh App) का लोकार्पण किया। यह ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डेटा एनालिटिक्स पर आधारित है। इसका उद्देश्य बीट पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी और डेटा-संचालित बनाना है। इस ऐप के माध्यम से बीट स्तर पर तैनात पुलिसकर्मियों को अपराध, अपराधियों और संवेदनशील क्षेत्रों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी, जिससे उनकी कार्यक्षमता और निर्णय क्षमता में वृद्धि होगी। सम्मेलन के दूसरे सत्र में बहू-बेटी सम्मेलन, दुष्कर्म मामलों में त्वरित कार्रवाई और पीड़ित केंद्रित कानून प्रवर्तन पर प्रस्तुतियाँ दी गईं। एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन ने प्रदेश में लागू बीट पुलिसिंग मॉडल और सफल प्रयोगों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर सक्रिय और जवाबदेह पुलिसिंग से अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सुधार संभव हुआ है।
27 और 28 दिसंबर को चलने वाले इस सम्मेलन में साइबर अपराध, सोशल मीडिया के दुरुपयोग, संगठित अपराध, मानव तस्करी और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने जैसे विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा। सम्मेलन का उद्देश्य केवल समस्याओं की पहचान नहीं, बल्कि उनके व्यावहारिक और दीर्घकालिक समाधान तलाशना है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि ‘पुलिस मंथन–2025’ के माध्यम से प्रदेश में एक अनुशासित, जवाबदेह और जनसंवेदनशील पुलिस तंत्र के निर्माण की दिशा में ठोस रणनीति तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों दिनों तक सम्मेलन में शामिल होकर अधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
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