यूपी में दिवाली पर पराग के नए उत्पाद लॉन्च करने की तैयारी, मंत्री ने जारी किए निर्देश

खबर सार :-
त्योहारी मौसम में पराग के नए उत्पाद लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। पशुधन व डेयरी विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने निर्देश दिए हैं। मंत्री ने पराग उत्पादों की गुणवत्ता व उपलब्धता बनाए रखने को कहा है। दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए दुग्ध समितियों के व्यवस्थित संचालन के भी निर्देश दिए है। सार्वजनिक स्थानों पर पराग बूथ स्थापित करने और नए उत्पाद विकसित करने को कहा है।

यूपी में दिवाली पर पराग के नए उत्पाद लॉन्च करने की तैयारी, मंत्री ने जारी किए निर्देश
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लखनऊ : त्योहारों के मौसम में पराग उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग के साथ-साथ नए उत्पाद लॉन्च करने के प्रयास किए जाएंगे। पशुधन एवं डेयरी विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं। मंत्री ने कहा कि पराग उत्पादों की गुणवत्ता और उपलब्धता बनाए रखी जाए। कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए दुग्ध समितियों के व्यवस्थित संचालन के भी निर्देश दिए।

विधानसभा कार्यालय में आयोजित बैठक में मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर पराग बूथ स्थापित किए जाएं। त्योहारों के दौरान दूध, दही, लड्डू, मक्खन, घी आदि सहित पराग के सभी उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी कार्ययोजना बनाएं। जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए नए उत्पाद विकसित किए जाएं।

वर्तमान में 7,512 दुग्ध समितियां कार्यरत

बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 7,512 दुग्ध समितियां कार्यरत हैं। जिला योजना के अंतर्गत 220 समितियों का गठन और 393 समितियों का पुनर्गठन किया गया है। नंद बाबा दुग्ध मिशन के अंतर्गत 2039 समितियों का गठन किया गया है। मंत्री ने कहा कि बंद समितियों को क्रियाशील बनाया जाए। बैठक में डेयरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक वैभव श्रीवास्तव, डेयरी आयुक्त राकेश कुमार मिश्रा, विशेष सचिव राम सहाय यादव, पशुपालन निदेशक योगेंद्र पवार, रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र निदेशक डॉ. राजीव सक्सेना उपस्थित थे।

पशुओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाए

पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान मंत्री ने कहा कि संक्रामक रोगों एवं अन्य बीमारियों से बचाव के लिए पशुओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। टीकों एवं दवाओं की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। लम्पी स्किन डिजीज पर नियंत्रण पा लिया गया है, फिर भी सावधानी बरती जाए। निर्देश दिए गए कि वृहद गौ संरक्षण केंद्रों पर चारा, भूसा, प्रकाश, पेयजल, दवा आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

बैकयार्ड पोल्ट्री, भेड़ एवं बकरी पालन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर लाभार्थियों के चयन का कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाए। उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाले पशुधन के लिए पशु नस्ल सुधार और कृत्रिम गर्भाधान के कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।

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