यूपी में एक दिन बाद ही टूटा अधिकतम बिजली मांग का रिकॉर्ड

खबर सार :-
यूपी में अप्रत्याशित रूप से बढ़ी गर्मी और उमस ने बिजली की मांग बढ़ा दी है। 09 जून की रात को बिजली की अधिकतम मांग (पीक ऑवर) 31,104 मेगावाट तक पहुंच गई। इसके चलते अधिकतम बिजली मांग का एक दिन पहले ही बना रिकॉर्ड टूट गया। 08 जून की रात को बिजली की अधिकतम मांग 30,161 मेगावाट पहुंची थी।

यूपी में एक दिन बाद ही टूटा अधिकतम बिजली मांग का रिकॉर्ड
खबर विस्तार : -

लखनऊ : यूपी में अप्रत्याशित रूप से बढ़ी गर्मी और उमस ने बिजली की मांग बढ़ा दी है। 09 जून की रात को बिजली की अधिकतम मांग (पीक ऑवर) 31,104 मेगावाट तक पहुंच गई। इसके चलते अधिकतम बिजली मांग का एक दिन पहले ही बना रिकॉर्ड टूट गया। 08 जून की रात को बिजली की अधिकतम मांग 30,161 मेगावाट पहुंची थी। वहीं, 06 जून की बिजली की मांग 28,581 मेगावाट और 07 जून को 29502 मेगावाट पहुंची थी।

बीते वर्ष बिजली की सर्वाधिक मांग 30,618 मेगावाट पहुंची थी। यह कहना गलत न होगा कि प्रदेश में गर्मी और उमस ऐसे ही बढ़ती रही तो रोजाना बिजली मांग का नया रिकॉर्ड कायम होगा। प्रदेश के नगर विकास व ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि बीते तीन वर्षों से यूपी ने देश के अन्य राज्यों से अधिक विद्युत आपूर्ति का रिकॉर्ड बनाया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण के विरोध में बीते 195 दिनों से बिजली कर्मी लगातार आंदोलन कर रहे हैं।

समिति ने आंदोलन की शुरूआत से ही उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की दिक्कत न होने देने का दावा किया था। बिजली कर्मचारियों ने प्रदेश में 31104 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर देश में सर्वाधिक आपूर्ति का नया रिकॉर्ड कायम किया है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने कहा कि यूपी देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पर ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे का रोस्टर लागू है।

केंद्र सरकार का उपभोक्ता अधिकार कानून 2020 लागू होने के बाद सभी उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मिलने का अधिकार है। इसका तकनीकी पहलू यह भी है कि यदि रोस्टर समाप्त कर सभी उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली आपूर्ति होने लगे तो अधिकतम डिमांड जो अभी 31 हजार मेगावाट से अधिक पहुंची है, उसमें अपने आप कमी आ जाएगी। इससे अधिकतम डिमांड अधिक नहीं बढ़ेगी और न ही रात में 10 रुपए यूनिट वाली महंगी बिजली खरीदनी पड़ेगी। 
 

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